आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी ने इस शख्स को दिए 20 लाख रुपये, जानिए ये हैं वजह

आंध्र प्रदेश के नव-निर्वाचित सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने एयरपोर्ट पर मदद मांग रहे एक शख्स को 20 लाख रुपये दे दिए हैं। वह आदमी कैंसर से उपचार के लिए एक प्लेकार्ड बनाकर मदद मांग रहा था। मुख्यमंत्री जगन ने यह देखते ही उसकी मदद के लिए हाथ बढ़ा दिया।

शपथ लेते ही जगन रेड्डी प्रारम्भ कर दिया था काम

इससे पहले जगन ने अपने ऑफिस में पहले दिन वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने का आदेश दिया था। शपथ ग्रहण समारोह के बाद रेड्डी ने वृद्धावस्था पेंशन को एक हजार से बढ़ाकर तीन हजार रुपये प्रतिमाह करने की फाइल पर हस्ताक्षर किये।

सीएम ने इस वर्ष 15 अगस्त तक प्रस्तावित ‘ग्राम सचिवालयम्स’ में कार्य करने के लिये चार लाख ग्राम स्वयंसेवकों (शिक्षित बेरोजगार युवाओं) की नियुक्ति का भी ऐलान किया।रेड्डी ने बोला कि हर स्वयंसेवक को जॉब मिलने तक प्रतिमाह पांच हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा।

कड़क मुख्यमंत्री साबित हो रहे हैं जगन रेड्डी
वही दूसरी ओर अपना कार्यभार संभालने के कुछ ही घंटे बाद एक अप्रैल, 2019 से पूर्व की सभी अनुमोदित की गई ऐसी परियोजनाएं, जिन पर काम प्रारम्भ नहीं हो सका है, उनको रद्द कर दिया था। उन्होंने गरीबोन्मुख व करप्शन के विरूद्ध जीरो टालरेंस को अपना आदर्श वाक्य बताने वाली वाईएसआरसी सरकार ने यह निर्णय ऐसे समय में लिया जबकि नए सीएमजगनमोहन रेड्डी का अगले महीने के पहले हफ्ते में सरकारी विभागों की समीक्षा करने का प्रोग्राम है।

ये परियोजनाएं तेदेपा सरकार ने मार्च में आमचुनावों के ऐलान से पहले जल्दबाजी में घोषित की थीं व इनकी आधारशिला ही रखी गई थी। रेड्डी ने हाई कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग के गठन की भी घोषणा की जो इनके अनुबंधों की जाँच करेगा।

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि इस कदम से भोगापुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, रामयापतनम बंदरगाह, कडप्पा इस्पात कारखाना, बंडार बंदरगाह, अमरावती आईकोनिक पुल वमुक्तालय लिफ्ट सिंचाई परियोजना रद्द हो गई हैं. इन परियोजनों की लागत करोड़ों रूपये की है। सूत्रों के अनुसार इसके अतिरिक्त राजधानी अमरावती में अनुमोदित कई योजनाएं जाँच के दायरे में आ गई हैं.

आंध्र प्रदेश में भारी प्रशासनिक फेरबदल
जगन के सीएम बनने के बाद प्रदेश प्रशासन के पहले बड़े फेरबदल में सरकार ने मंगलवार रात कई आईएएस व आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। इस फेरबदल में 49 आईएएस व छह आईपीएस का तबादला किया गया।

चंद्रबाबू नायडू के पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान उनके विशेष मुख्य सचिव सतीश चंद्रा सहित विभिन्न प्रमुख पदों पर तैनात आईएएस अधिकारियों को वैसे बिना किसी नियुक्ति के रखा गया है। आदित्यनाथ दास जोकि दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी के कार्यकाल के दौरान सिंचाई सचिव थे, उन्हें विशेष मुख्य सचिव के रूप में जल संसाधन विभाग में वापस लाया गया है।

जगन ने घोषणा की है कि सिंचाई परियोजनाओं, विशेष रूप से पोलावरम बहुउद्देशीय परियोजना, को समयबद्ध ढंग से पूरा करना उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है।आधिकारिक सूत्र ने बताया कि के एस जवाहर रेड्डी को स्वास्थ्य विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। यह दूसरा मंत्रालय है जोकि नये सीएम की प्राथमिकताओं में शामिल हैं।

विधानसभा चुनावों में मिली थी करारी जीत
इससे पहले 46 वर्ष के जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस लोकसभा चुनाव के साथ हुए विधानसभा चुनावों में कुल 175 में से 151 सीटों पर जीत हासिल की थी।