बबलू साउथ दिल्ली के सीआर थाना क्षेत्र में अपनी ड्राइक्लीनिंग की दुकान चलाता है। उसकी दुकान कॉलोनी के अंदर है। ड्राइक्लीनिंग का कार्य करने के चलते वह अक्सर लोगों के घरों से भी कपड़े लेने व देने जाता है।
पुलिस की गिरफ्त में बैठे बबलू का बोलना है कि जब भी वह कपड़े देने के लिए घरों में जाता था तो एक घर का कुत्ता अक्सर उसके ऊपर भौंकता था।
कई बार जब उस कुत्ते की मालकिन उसे टहला रही होती थी कुत्ते ने उसे काटने की प्रयास की। इससे वह दहशत में आ गया। कुत्ते को देखते ही डरने लगा। इसी दौरान अखबारों से उसे पता चला कि अस्पताल में कुत्ते के काटने के बाद लगने वाले रैबीजे के इंजेक्शन भी नहीं हैं।
इससे वो व घबरा गया। एक दिन फिर से जब उस कुत्ते ने काटने की प्रयास की तो उसने उसे मारने की ठान ली। वह बाज़ार से ज़हर लेकर आया व एक ब्रेड में शहद के साथ उस ज़हर को कुत्ते को खिला दिया। थोड़ी देर बाद कुत्ता मर गया।
क्योंकि कुत्ते से परेशान होकर बबलू उसकी मालकिन से कई बार शिकायत भी कर चुका था तो कुत्ते को मारने का संदेह बबलू पर ही गया। थाना सीआर में बबलू के विरूद्ध शिकायत दे दी गई। पुलिस ने बबलू को अरैस्ट कर लिया। बबलू ने भी कुत्ते को मारने की बात कुबूल की ली है।