सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में मध्यस्थता होगी. सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता के लिए तीन सदस्यों का पैनल बनाया है. कोर्ट ने कहा है कि एक हफ्ते के भीतर मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए.
कोर्ट ने कहा है कि मध्यस्थता करने वाले तीन सदस्यीय पैनल को 4 हफ्तों में अपनी शुरुआती रिपोर्ट देगी होगी और 8 हफ्तों में अपनी पूरी रिपोर्ट कोर्ट को सौंपनी होगी.
अयोध्या मामले में मध्यस्थता पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
- सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अयोध्या विवाद पर मध्यस्थता होगी
- कोर्ट ने मध्यस्थता के लिए तीन सदस्यों का पैनल बनाया है
- जस्टिस इब्राहिम खलीफुल्लाह, श्रीश्री रविशंकर और श्रीराम पंचू इस पैनल के सदस्य होंगे
- पैनल को 4 हफ्तों में स्टेटस रिपोर्ट देनी होगी
- इस पैनल को 8 हफ्ते के भीतर फाइनल रिपोर्ट सौंपनी होगी
- एक हफ्ते के भीतर मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू होगी
- मध्यस्थता की मीडिया रिपोर्टिंग नहीं होगी
- फैजाबाद में होगी मध्यस्थता की प्रक्रिया
- कोर्ट की निगरानी में होने वाली मध्यस्थता की कार्यवाही गोपनीय होगी
- मध्यस्थता की प्रक्रिया ऑन-कैमरा की जाएगी