अयोध्या में भीड़ जमा होने से बन रहा है दहशत का माहौल

अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की 25 नवंबर को प्रस्तावित धर्म सभा का अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने विरोध किया है। उनका कहना है कि उन्होंने हाथों में चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं। एक्शन का रिएक्शन होगा। रामजन्मभूमि को लेकर अयोध्या में भीड़ जमा होने से दहशत का माहौल बन रहा है। छात्र संघ द्वारा इस मामले में भारत के मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा।

यूनियन हॉल में एएमयू छात्र संघ के सचिव हुजैफा आमिर ने पत्रकारों से कहा कि 25 को अयोध्या में धर्म सभा का आयोजन किया जा रहा है। मुल्क भर से लोगों को आमंत्रित किया गया है। सभी धर्मों के स्थानीय लोग दहशत में हैं। राममंदिर बाबरी मस्जिद का मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है। धर्म सभा के माध्यम से न्यायालय एवं गृह मंत्रालय को चैलेंज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि वह इसका संज्ञान ले और कार्रवाई करें। उनके विधायक 1992 जैसा हालात पैदा करने की धमकी दे रहे हैं।

सचिव हुजैफा आमिर ने कहा कि जल्द ही राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं मुख्य न्यायाधीश को खत लिखकर कार्रवाई की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि आज देश में विपक्ष नाम की चीज नहीं है। विश्वविद्यालयों के छात्र ही विपक्ष की भूमिका में है। इस मामले को लेकर पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा। छात्र संघ उपाध्यक्ष हमजा सूफियान ने कहा कि अयोध्या में भीड़ जमा करने का क्या मतलब है।

लोग दहशत में हैं और घरों में राशन जमा कर रहे हैं। हालात बेहद खराब हो रहे हैं। हिंदुस्तान की न्यायपालिका की पहचान का सवाल है। ये लोग मुल्क तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उनको पूरे देश से फोन आ रहे हैं। इस अवसर पर कैबिनेट सदस्य शाहरुख हुसैन, फाखरा खान, मरियम बतूल, नवेद आलम, निशांत भारद्वाज, गौथम के, फहद अय्यूब, हसन मुस्तफा, मुईनउद्दीन के अतिरिक्त कई वरिष्ठ छात्र मौजूद थे।