अयोध्या केस: अमित शाह ने दिया बड़ा बयान, कहा 30 मिनट में बनेगा ये ?

राम जन्मभूमि मुद्दे (Ayodhya Case) पर आज यानी शनिवार को प्रातः काल 10 बजकर 30 मिनट पर उच्चतम न्यायालय  निर्णय सुनाएगा

चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में बनी संवैधानिक बेंच इस मुद्दे में अपना निर्णय सुनाएगी इससे पहले सारे देश में हाई अलर्ट है इस सबके बीच देश के गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर हाई लेवल बैठक बुलाई है इस बैठक में आंतरिक सुरक्षा से जुड़े तमाम आला ऑफिसर उपस्थित रहेंगे

गृह मंत्री अमित शाह के घर होने वाली इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आईबी चीफ अरविंद कुमार सहित कई अन्य आला ऑफिसर उपस्थित रहेंगे

ज्ञातो हो कि अयोध्या केस पर आने वाले ऐतिहासिक निर्णय को लेकर उच्चतम न्यायालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है न्यायालय परिसर के तमाम गेट के बाहर दिल्ली पुलिस की 500 जवानों के साथ साथ अर्धसैनिक बलों की 3 कंपनियां तैनात की गई है

वहीं, पुरानी दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है हर आने जाने वालों की गहन तलाशी ली जा रही है इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने तमाम धार्मिक संस्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है

ये थीं हिन्दू पक्षों की दलीलें
1.मन्दिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई
हिंदू पक्ष ने नक्शों, तस्वीरों  पुरातात्विक सबूतों के जरिये ये साबित करने की प्रयास की थी कि विवादित ढांचा बनने से पहले वहां भव्य मन्दिर था मन्दिर को ध्वस्त कर मस्जिद का निर्माण कराया गया था न्यायालय में पेश किए फोटोग्राफ के जरिये बोला गया था कि विवादित इमारत हिंदू मंदिर के 14 खंभों पर बनी थी इन खंभों में तांडव मुद्रा में शिव, हनुमान कमल  शेरों के साथ बैठे गरुड़ की आकृतियां हैं

2. विवादित स्थान पर दो हज़ार वर्ष पहले भी मन्दिर
हिंदू पक्ष ने दावा किया था कि विवादित जगह पर आज से 2 हज़ार वर्ष पहले भी भव्य राम मंदिर था मंदिर के ढांचे के ऊपर ही विवादित इमारत को बनाया गया था प्राचीन मंदिर के खंभों  दूसरी सामग्री का प्रयोग भी विवादित ढांचे के निर्माण में किया गया

3. श्रीराम जन्मस्थान को लेकर अटूट आस्था
हिंदू पक्ष की ओर से बोला गया था कि जिस स्थान का यहां मुकदमा चल रहा है करोड़ों लोगों की आस्था है कि वहीं भगवान राम का जन्म जगह है सैकड़ों वर्ष से यहां पूजा-परिक्रमा की परंपरा रही है करोड़ों लोगों की इस आस्था को पहचानना  उसे मान्यता देना न्यायालय की जबाबदेही है