अमेरिका से परेशान होकर ब्रिटिश राजदूत ने दिया इस्तीफा, जानिए ये है वजह

अमेरिका में ब्रिटिश राजदूत सर किम डैरेक ने लीक हुए उन ई-मेल को लेकर चल रहे कूटनीतिक टकराव के बीच बुधवार को त्याग पत्र दे दिया जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन को ‘‘अकुशल  अनाड़ी’’ बताया गया था.

Image result for ब्रिटिश राजदूत सर किम डैरेक

अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को बोला था कि व्हाइट हाउस डैरेक के साथ कोई सरोकार नहीं रखेगा. इसके बाद ब्रिटिश विदेश ऑफिस ने उनके इस्तीफे की घोषणा की. डैरेक ने ब्रिटिश विदेश ऑफिस में वरिष्ठम ऑफिसर  राजनयिक सेवा के प्रमुख सर सिमोन मैकडोनाल्ड को संबोधित अपने त्याग पत्र लेटरमें कहा, ‘‘इस दूतावास से आधिकारिक दस्तावेजों के लीक होने के बाद से मेरी स्थिति  राजदूत के रूप में मेरे शेष कार्यकाल की अवधि को लेकर बहुत ज्यादा अटकलें लगाई जा रही हैं.मैं इन अटकलों पर विराम लगाना चाहता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा स्थिति मेरे लिए अपनी वैसी किरदार निभाना असंभव बना रही है जैसी मैं चाहता हूं.’’ ब्रिटेन के विदेश ऑफिस ने डैरेक के इस्तीफे की पुष्टि की है.

गौरतलब है कि ब्रिटिश राजदूत के उन कूटनीतिक ई-मेल के लीक होने के बाद टकराव खड़ा हो गया है जिनमें ट्रंप प्रशासन को ‘‘अकुशल  अनाड़ी’’ बताया गया है. मैकडोनाल्ड ने लेटरके जवाब में कहा, ‘‘डैरेक ने ‘‘लंबे  प्रतिष्ठित कैरियर को पूरी गरिमा  पेशेवर ढ़ंग से निभाया.’’ सिमोन ने कहा, ‘‘आप हम में से सबसे अच्छे हैं.’’ पीएम टेरेसा मे ने बोला कि यह ‘‘बड़े खेद का विषय’’ है कि डैरेक को त्याग पत्र देने की जरूरत महसूस हुई. ब्रिटिश विदेश मंत्री जेरेमी हंट का भी डैरेक को साथ मिला. हंट ने बोला कि ‘‘अत्यंत सरेंडर  सम्मान’’ के साथ ब्रिटेन की सेवा के बाद त्याग पत्र देने संबंधी डैरेक के निर्णय से वह ‘‘बहुत दुखी’’ है.

संबंधित घटनाक्रम सप्ताहांत में तब हुआ था जब डैरेक की ओर से ब्रिटेन सरकार के कुछ अधिकारियों को भेजे गए सीक्रेट ई-मेल मीडिया में आ गए थे.
ट्रंप ने सिलसिलेवार ट्वीट में बोला था कि डैरेक बहुत ही मूर्ख आदमी हैं. उन्होंने बोला था, ‘‘उन्हें (राजदूत) ब्रेक्जिट समझौते की विफलता को लेकर अपने देश  पीएम टेरेसा मे से बात करनी चाहिए थी, न कि मेरे बारे में परेशान होना चाहिए था.’’