अमेरिका की आतंकवादियों के साथ समझौते की कोशिश को ईरान ने इस वजह बताया गलत

 ईरान ने अफगानिस्तान युद्ध समाप्त करने के मामले में तालिबान के साथ अमेरिका की वार्ता की निंदा करते हुए कहा कि वॉशिंगटन आतंकवादियों की भूमिका को बड़ा कर रहा है.

ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने स्वीकार किया कि ईरान ने भी तालिबान के साथ वार्ता शुरू की है लेकिन उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के साथ समझौते की अमेरिका की कोशिश ”गंभीर रूप से गलत” है.

जरीफ ने कहा, ”हर किसी को बाहर रखने की कोशिश और केवल तालिबान से बात करने के कदम ने सरकार, क्षेत्र और अन्य सभी को अलग-थलग कर दिया है.” न्यूयॉर्क स्थित एशिया सोसाइटी में जरीफ ने कहा, ”मैं यह कहने वाला पहला व्यक्ति था कि अफगानिस्तान में शांति के लिए आप तालिबान को दरकिनार या अलग-थलग नहीं कर सकते.”

उन्होंने कहा, ”लेकिन आप तालिबान से अफगानिस्तान के भविष्य के बारे में बातचीत नहीं कर सकते. तालिबान पूरे अफगानिस्तान का नहीं बल्कि उसके केवल एक वर्ग का प्रतिनिधित्व करता है.”