अमेठी से राहुल गांधी के विरूद्ध लोकसभा चुनाव लड़ रही स्मृति ईरानी ने बोला कि अमेठी में कांग्रेस पार्टी के कई नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इससे ये बात साफ़ है कि डूबती नैय्या में कोई भी सवार नहीं होता है। विकास की नैय्या में सवार होने के लिए अमेठी में लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
राहुल गांधी में कम है नेतृत्व क्षमता
अमेठी में मुझे कोई भय नहीं है, भय मुझे नहीं राहुल गांधी को है, जो अमेठी छोड़कर वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं। इंडियन पॉलिटिक्स में पहली बार ऐसा हुआ कि किसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को उसकी पार्टी के कार्यकर्ता लिखकर देते हैं कि आप कोई व सीट भी तलाशें, यहां की सीट आपके लिए सुरक्षित नहीं है। राहुल गांधी में नेतृत्व क्षमता कम है।
2014 में हारकर भी मैं अमेठी में डटी रही
अमेठी में जीतकर भी राहुल गांधी दूसरी सीट पर चले गए। राहुल गांधी जीतकर भी लापता रहे व मैं पराजय कर भी अमेठी में डटी रही, जनता का मेरे प्रति स्नेह है। यही मेरा प्लस प्वाईंट है।
राहुल गांधी ने ईश्वर को छला
राहुल गांधी के मंदिर राजनीति पर स्मृति ईरानी ने बोला कि मेरा ये मानना है कि जो ईश्वर को छल ले, वो इंसान को कभी नहीं बख्शे। जनता राहुल गांधी के जनेऊ के तमाशे को भली भाँति समझ चुकी है। राहुल गांधी उत्तर प्रदेश व उत्तर हिंदुस्तान में पॉलिटिक्स करने के लिए मंदिर जाते हैं व वो केरल में जाकर क्यों आकस्मित मुस्लिम लीग का झंडा उठाते हैं ? इसका जवाब आज तक राहुल गांधी ने दिया नहीं।
पूरा खानदान चुनाव लड़, जीतेंगे पीएम मोदी
प्रियंका गांधी के वाराणसी से चुनाव लड़ने की खबरों पर तंज कसते हुए स्मृति ईरानी ने बोला कि मैं तो कहती हूं कि जितने भी परिवार के सदस्य बचे हैं, सभी को पॉलिटिक्स में ले आइए।चाचा, मामा, जीजा सभी को ले आओ, भारत का तो ले आओ, इटली का है तो ले आओ। पूरा खानदान मैदान में उतार दीजिए तो भी आएगा मोदी ही।
बहुत डरे हैं राहुल गांधी
अमेठी रायबरेली में सपा बीएसपी के द्वारा राहुल गांधी के विरूद्ध प्रत्याशी न देने पर स्मृति ईरानी ने बोला कि आप ही सोचिए जब सपा-बसपा ने अमेठी रायबरेली में कोई प्रत्याशी नहीं उतारा तो भी राहुल गांधी अमेठी छोड़ रहे हैं। इसका मतलब अगर सपा-बसपा अपने प्रत्याशी खड़ा करती तो राहुल गांधी का क्या हश्र होता? राहुल गांधी सहारा भी ले रहे हैं व भाग भी रहे हैं। इतना भय राहुल गांधी में शायद ही किसी ने देखा होगा कभी।
अमेठी की जनता के लिए राहुल ने कुछ नहीं किया
अमेठी के गांवों में पीने के पानी की समस्या पर स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए बोला कि ये एक गांव की नहीं, अमेठी के कई गांव की कहानी है, जहां पीने का पानी नहीं है। ये लोकल सांसद का कार्य होता है कि गांव-गांव जाए व जनता की जो तकलीफ है, उसे वो प्रशासन तक पहुंचाए। अमेठी में 2 लाख परिवारों को पहली बार शौचालय मिला, 1.5 लाख परिवारों को पहली बार उज्जवला का कनेक्शन मिला। लेकिन सांसद स्वयं जब लापता है, तो जो लोग रह गए वो इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं। 70 वर्ष की आज़ादी के बाद जब गांधी परिवार का दबदबा रहा तब भी लोग खारा पानी अमेठी में पी रहे हैं।
गांधी परिवार सत्ता में रहने के बाद भी अमेठी के किसी कार्य का नहीं है। आज अमेठी की जनता कहती है कि अगर कार्य मोदी व योगी को करना है तो राहुल को वोट क्यों दें?
सपा-बसपा एक, मोदी है तो मुमकिन है
23 मई को हिंदुस्तान की जनता एक बार फिर नरेन्द्र मोदी को राष्ट्र का मुख्य सेवक बनाएगी। गेस्ट हाऊस कांड के बाद माया-मुलायम का साथ आना ये दिखाता है कि मोदी है तो मुमकिन है।