अमृतसर में विजयदशमी के दिन रावण दहन देखने आए लोग एक ट्रेन की चपेट माँ आ गये और इस ट्रेन हादसे में करीब 60 लोगों की जान चली गई इसके बाद इस मामले में दोषी कौन है और इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई थी जिससे लेकर अब उस ट्रेन के चालक का एक पत्र सामने आया है जिसमें उसने उस पुरे घटना का ब्यौरा दिया है.
चालक ने ये पत्र जब लिखा जब इस मामले में जीआरपी ने इस मामले में चालक से बातचीत करी, वहीँ आपको बता दे की इस मामले में रेलवे ने एक एफआईआर दर्ज कर ली है. वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी इस मामले में जांच के आदेश दे दिए है.
अब आपको बता दे की चालक ने अपने पत्र मर घटना के बारे में बताते हुए क्या लिखा है, चालक ने लिखा है की जब वो उस मोड़ के नजदीक था जब ये घटना हुई तब उसे ग्रीन सिग्नल मिला जिसका मतलब था की वो अपनी गति से वहां से जा सकता था लेकिन जब वो आगे चला तो उसे पीला सिग्नल दिखाई दिया जिसका मतलब होता है की स्पीड धीरे करी जाये और चालक ने कहा की उसे ट्रैक पर कुछ लोग दिखाई दिए जिसके चलते उसने वहां पर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया.
चालक ने बताया की जब ट्रेन रुक से गई थी तब लोगों ने ट्रेन पर पथराव करना शुरू कर दिया जिसके बाद उसे वापस ट्रेन को स्पीड में लाकर वहां से भगाना पड़ा.
आपको बता दे की रेलवे पहले ही कह चूका है की इस मामले में उनकी कोई गलती नहीं है और वो इस मामले में कोई जांच नहीं करेगे.