अभिनंदन की रिहाई पर एक बार फिर नवजोत सिंह सिद्धू ने दिया ये विवादित बयान

भारत-पाक के बीच बढ़े हुए तनाव के बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया है। मौका मिलते ही ‘गुरु’ सिद्धू एक बार फिर अपने ‘दिलदार यार’ इमरान खान के अंदाज शुरू हो गए। दरअसल इंडियन एयर फोर्स के जांबाज पायलट अभिनंदन वर्थमान को पाक के पीएम इमरान खान ने रिहा करने का ऐलान किया। जिसके बाद सिद्धू ने पहले इमरान की तारीफ में ट्वीट किया। इसके बाद उन्होंने दो पेजों की शांति अपील जारी की।

लेकिन इसमें पाकिस्‍तान प्रायोजित आतंकवाद की चर्चा तक नहीं की है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने सिद्धू के बयान से पल्‍ला झाड़ लिया है। सिद्धू ने एक बार फिर अपने ‘दिलदार यार’ इमरान खान के कसीदे गढ़े, बातचीत की वकालत की।

सिद्धू ने भारतीय पायलट अभिनंदन की रिहाई के लिए इमरान खान का धन्यवाद भी किया और ट्वीट कर उनकी जमकर तारीफ की। दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने उनके बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनकी निजी राय बताया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा माहौल में पार्टी पाक से बातचीत के पक्ष में नहीं है।

सिद्धू ने अपने बयान में कहा है कि मैं उन नेताओं के खिलाफ खड़ा हूं जो मतभेदों का गला घोंटने पर तुले हैं। बहस को शांत कराने के लिए साइबर सेना और गुंडों की बैसाखी के सहारे राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने ऐसा तब कहा है जब पूरा देश इस समय पाकिस्तान व उसके द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है। सिद्धू ने दो पेजों की अपील जारी कर डर के खिलाफ खड़े होने की वकालत की है।

इसके साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर पाकिस्तान के साथ बातचीत के जरिए मसला सुलझाने पर जोर दिया। ‘हमारे पास एक विकल्प है’ शीर्षक से जारी किए गए अपने दो पन्नों के बयान में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, ‘मैं अपने इस विश्वास के साथ दृढ़ता से खड़ा हूं कि सीमा के भीतर और बाहर चलने वाले आतंकी संगठनों की उपस्थिति और गतिविधियों का दीर्घकालिक समाधान खोजने में बातचीत और कूटनीतिक दबाव एक अहम भूमिका निभा सकते हैं। आतंक का समाधान शांति, विकास और प्रगति है ना कि बेरोजगारी, नफरत और डर।’

इससे पहले भी जब पुलवामा में हमला हुआ था तो उन्होंने विवादित बयान देकर हंगामा करवा दिया था। उस समय सिद्धू ने कहा था कि आतंकवाद का कोई देश नहीं होता और कुछ लोगों की करतूत के लिए किसी देश को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है।