अब नया फतवा जारी, महिला टीवी एंकरों को एंकरिंग करने के दौरान स्‍कार्फ बांधना महत्वपूर्ण

अपने अजब फतवों के लिए चर्चा में चल रहे उत्तर प्रदेश के ने अब नया फतवा जारी किया है दारूल उलूम ने नए फतवे में बोला है कि सभी महिला टीवी एंकरों को एंकरिंग करने के दौरान स्‍कार्फ बांधना महत्वपूर्ण है फतवे में यह भी बोला गया है कि महिला एंकरों को खुले बाल रखने की भी इस्‍लाम इजाजत नहीं देता है  

बता दें कि मुस्लिम स्त्रियों को लेकर विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद से लगातार फतवे जारी हो रहे हैं देवबंद के मुफ्ती अहमद ने मुस्लिम स्त्रियों के लिए बयान दिया है कि टीवी पर जो मुस्लिम महिलाएं एंकरिंग या रिपोर्टिंग कर रही हैं, उन्हें स्‍कार्फ बांधकर कार्य करना चाहिए इसस उनके बाल खुले नहीं रहेंगे, बेहतर होगा कि वे बुर्के का इस्‍तेमाल करें

दारूल उलूम देवबंद ने अपने फतवे में बोला है कि शरीयत ने सभी औरत  मर्दों को इजाजत दी है कि वह कोई भी जायज रोजगार कर सकते हैं घर की आवश्यकता पूरी करने के लिए अपने अहले खाना की आवश्यकता पूरी करने के लिए सब तरह के कार्य कर सकते हैं इसमें कोई हर्ज नहीं है इसमें बोला गया है कि टीवी पर एंकरिंग करने के लिए बेहतर उपायशरीयत ने बताया है

सबसे सही उपाय है बुर्का पहनना उसमें पूरा बॉडी ढका हुआ होता है दूसरा उपाय है आप स्‍कार्फ पहन सकते हैं बाल आपके न जाहिर हों, बाल छुपे हुए हों  आप अपनी एंकरिंग भी कर सकती हैं साक्षात्कार भी ले सकती हैं जो कार्य आपको करना है आप कर सकती हैं

बता दें कि इससे पहले दारूल उलूम देवबंद ने फतवा जारी कर बोला था कि किसी भी समारोह या प्रोग्राम में औरतों का मर्दों के साथ खड़े होकर भोजन करना गैर इस्‍लामी है इसके अतिरिक्त एक अन्‍य फतवे में मोबाइल फोन पर बिना इजाजत एक-दूसरे की कॉल रिकॉर्ड किए जाने को अपराध करार दिया गया है दारूल उलूम देवबंद ने बिना इजाजत किसी भी आदमी की कॉल रिकॉर्ड करने को अपराध  अमानत में खयानत बताया है

संस्था के फतवा विभाग से किसी आदमी ने मुफ्ती-ए-कराम से पूछा था कि मोबाइल पर आवाजों को रिकॉर्ड करना आम बात है  कई मोबाइल सेट में तो ऑटो कॉल रिकॉर्डिंग की व्यवस्था होती है बात करने वाले को भी इस बात की जानकारी नहीं होती कि उसकी आवाज रिकॉर्ड की जा रही है