अब कोरोना वैक्सीन का इंतजार हुआ खत्म, सरकार ने दिए सभी सवालों के जवाब

भारत में कोविड-19 के छह टीकों के परीक्षण चल रहे हैं। इसमें आईसीएमआर के साथ तालमेल से भारत में बायोटेक द्वारा विकसित टीका, जायडस कैडिला, जेनोवा, ऑक्सफोर्ड के टीके पर परीक्षण चल रहा है।

 

रूस के गमालेया राष्ट्रीय केंद्र के साथ तालमेल से हैदराबाद में डॉ रेड्डी लैब में स्पूतनिक वी के टीके और एमआईटी, अमेरिका के साथ तालमेल से हैदराबाद में बायोलोजिकल ई लिमिटेड द्वारा विकसित टीका भी शामिल हैं।

सरकार ने यह भी कहा है कि भारत में उपलब्ध टीका भी दूसरे देशों में विकसित टीके जितना ही कारगर होगा। मंत्रालय ने कहा कि विभिन्न टीके परीक्षण के अलग-अलग चरण में हैं। सरकार जल्द ही कोविड-19 टीकाकरण शुरू करने के लिए तैयारी कर रही है।

मंत्रालय ने कहा कि पूर्व में कोविड-19 से संक्रमित हो चुके लोगों को भी कोरोना वायरस के टीके की पूरी खुराक लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे बीमारी के खिलाफ मजबूत प्रतिरोधक क्षमता तैयार होगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कोविड-19 के टीके की खुराक लेना व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा यानी कि टीका लगवाना अनिवार्य नहीं होगा। मंत्रालय ने कहा, ‘कोविड-19 का टीका लेना व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा। हालांकि टीके की पूरी खुराक लेने की सलाह दी जाती है।’ मंत्रालय ने कहा कि दूसरी खुराक लेने के दो हफ्ते बाद शरीर में एंटीबॉडी का सुरक्षात्मक स्तर तैयार होता है।

कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सबसे कारगर हथियार माने जा रहे वैक्सीन का इंतजार हम सभी को बेसब्री से है। इसके साथ वैक्सीन को लेकर सभी के मन में कई तरह के सवाल हैं। जैसे टीकाकरण कब शुरू होगा?

किन लोगों को पहले दिया जाएगा? संक्रमित हो चुके लोगों को भी टीका लगाया जाएगा या नहीं? कितने डोज लेने होंगे? इन सभी सवालों का जवाब स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिया गया है।