अफ्रीकी राष्ट्र मलावी में गांधी की प्रतिमा को लेकर विवाद

दक्षिण-पूर्वी अफ्रीकी राष्ट्र मलावी की आर्थिक राजधानी ब्लांटायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित करने की योजना के विरोध में करीब 3,000 लोगों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं उनका कहना है कि इंडियन स्वतंत्रता के नायक ने दक्षिणी अफ्रीकी राष्ट्र के लिए कुछ नहीं किया है महात्‍मा गांधी के नाम पर बने एक मार्ग के साथ-साथ उनकी प्रतिमा बनाने का कार्य दो महीने पहले प्रारम्भ हुआ था मलावी गवर्नमेंट का कहना है कि यह प्रतिमा एक समझौते के तहत खड़ी की जा रही है जिसके तहत हिंदुस्तान ब्लांटायर में एक करोड़ डॉलर की लागत से एक सम्मेलन केंद्र का निर्माण करेगा

Image result for अफ्रीकी राष्ट्र मलावी में गांधी की प्रतिमा को लेकर विवाद

इसके विरोध में ‘‘गांधी मस्ट फॉल” समूह ने एक बयान में कहा, “महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता एवं आजादी के लिए मलावी के प्रयत्न में कोई सहयोग नहीं दिया ” बयान में बोला गया, “इसलिए हमें लगता है कि मलावी के लोगों पर यह प्रतिमा थोपी जा रही है  यह एक विदेशी ताकत का कार्य है जो मलावी के लोगों पर अपना दबदबा  उनके मन में अपनी बेहतर छवि बनाना चाहती है ” याचिकाकर्ताओं का कहना है कि गांधी नस्लवादी थे

दक्षिण अफ्रीका में कामगारों के प्रशिक्षण के लिए तकनीकी एजुकेशन केंद्र स्थापित करेगा भारत
उल्‍लेखनीय है कि इस वर्ष दो अक्‍टूबर को महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती साल के मौके पर हिंदुस्तान ने दक्षिण अफ्रीका में कई योजनाएं प्रारम्भ की हैं इसके तहत नौ अक्‍टूबर को दक्षिण अफ्रीका की उच्च एजुकेशन मंत्री नालेदी पंडोर  इंडियन उच्चायुक्त रुचिरा कंबोज ने प्रिटोरिया में गांधी-मंडेला सेंटर ऑफ स्पेशलाइजेशन फॉर आर्टिसन स्किल्स की आधिकारिक तौर पर शुरूआत की महात्‍मा गांधी 21 सालों तक दक्षिण अफ्रीका में रहे थे पंडोर ने बताया कि यह केंद्र, हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने प्रिटोरिया में श्वैन साउथ टेक्निकल एंड वोकेशनल शिक्षा एंड ट्रेनिंग (टीवीईटी) कॉलेज में खोला है  अगले वर्ष से इसके कार्य प्रारम्भ करने की उम्मीद है

नेल्सन मंडेला की जन्मशती  महात्मा गांधी के 150वीं जयंती साल के मौके पर प्रारम्भ की गई इस परियोजना के बारे में पंडोर ने कहा, “इन दोनों महान नेताओं के लिए यह बहुत उत्साहित करने वाला जन्मदिन का तोहफा है ” उन्होंने बोला कि यह केंद्र बेहतर कौशल विकास के लिए दक्षिण अफ्रीका की क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा

कंबोज ने बोला कि यह केंद्र दक्षिण अफ्रीका में मौजूद 150 इंडियन कंपनियों में से कई के प्रयासों को नया आयाम देगा जो प्रशिक्षण के लिए लोकल लोगों को हिंदुस्तान भेजते हैं  फिर कुशल कारीगरों को अपनी कंपनियों या दक्षिण अफ्रीकी कंपनियों में कार्य देते हैं इस पहल के लिए योजनाओं को, जुलाई में संपन्न 10वें ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी  दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने के दो महीने बाद, अंतिम रूप दिया गया इस परियोजना के प्रबंधन का काम हिंदुस्तान का एचटीएमएल कर रहा है