अपनी पार्टी में ‘‘सम्मान’’ नहीं मिला व की कोलकाता में शनिवार को होने वाली रैली में भाग लेंगे। सिन्हा ने गुरुवार को बताया कि वह ‘‘राष्ट्र मंच’’ के प्रतिनिधि के तौर पर रैली में भाग लेंगे। इस राजनीतिक समूह की आरंभ भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने की थी जिसका समर्थन शत्रुघ्न सिन्हा भी करते हैं।
अभिनेता व नेता सिन्हा केंद्र की भाजपा गवर्नमेंट के कई निर्णयों को लेकर उसका विरोध करते रहे हैं जिसमें नोटबंदी भी शामिल है। वह इन निर्णयों को ‘‘वन मैन शो’’ बताते रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया, ‘‘राष्ट्र मंच की तरफ से मैं प्रोग्राम में भाग लूंगा’’ उन्होंने रैली में शामिल होने को उचित ठहराते हुए कहा, ‘‘बीजेपी के कुछ नेता भी आरएसएस के प्रोग्राम में शिरकत करते हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक पार्टी के प्रति मेरी वफादारी पर सवाल नहीं किए जा सकते हैं। मैं भाजपा में तब शामिल हुआ जब यह दो सांसदों की पार्टी थी व मैंने हमेशा इसे मजबूत करने के लिए कार्य किया है। ’’ पटना साहिब से भाजपा के लोकसभा सांसद रैली में ‘‘स्टार वक्ता’’ होंगे।
बता दें कि बिहार के पटना साहिब से भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने 15 जनवरी को पार्टी के विरूद्ध बगावती तेवर अपनाते हुए बोला था कि भाजपा में पहले लोकशाही थी व अब ‘तानाशाही’ है। उन्होंने भाजपा को अपनी पार्टी बताते हुए बोला कि उन्होंने कभी पार्टी के विरूद्ध नहीं बोला, अब भी पार्टी के विरूद्ध नहीं बोल रहे हैं, बल्कि पार्टी को आइना दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा, “सच बोलता रहा हूं व बोलता रहूंगा। “