अन्ना हजारे ने सरकार को दी ये बड़ी चेतावनी, कहा किसानों की मांगें नहीं मानी तो…

सिंह ने लिखित आश्वासन में स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसाओं पर हाई पावर कमेटियों संग चर्चा करने की बात कही थी। हजारे ने अपने इस खत के साथ राधा मोहन सिंह के उस पत्र को भी संलग्न किया है जिसमें सिंह ने आश्वासन दिया था कि उच्चस्तरीय समिति तैयार कर इसकी रिपोर्ट 30 अक्टूबर, 2019 तक सबमिट की जाएगी।

इसके साथ ही अन्ना हजारे ने CAPC को स्वायत्तता देने की मांग की है। बता दें कि गत वर्ष फरवरी 2019 में महाराष्ट्र के अहमदनगर में अपने गांव रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे अनशन पर बैठे थे। केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह के लिखित आश्वासन के बाद उन्होंने पांच फरवरी 2019 को अपना अनशन समाप्त कर दिया था।

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे भी उतर आए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार को चेताया हुए कहा है कि किसानों की मांगे नहीं मानी गई तो वह अनशन करेंगे।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को लिखे गए पत्र में अन्ना हजारे ने कहा कि किसानों की मांगों को नहीं मानने पर और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं करने पर केंद्र सरकार के खिलाफ वह पुनः अनशन पर बैठेंगे।