शरद पवार ने कहा, कॉलेज में जीते गए चुनाव ने मेरे महाराष्ट्र विधानसभा व संसद की पॉलिटिक्स के 52 वर्षों की नींव रखने का काम किया. जब उनसे एक पत्रकार ने पूछा कि क्या वह पुणे से चुनाव लड़ेंगे तो पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘अब कोई चुनाव नहीं.‘ प्रोग्राम में लोगों को संबोधित करते हुए पवार ने इंजीनियर नरहर गणपत पवार की तारीफ की.
राफेल सौदे पर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करके शरद पवार सुर्खियों में आए थे. उन्होंने बोला था कि पीएम की नीयत पर संदेह नहीं करना चाहिए. इसके अतिरिक्त उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ से सौदे से जुड़ी तकनीकी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को औचित्यहीन बताया था. उनके इस बयान का बीजेपी व पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने स्वागत किया था व इसे लेकर पवार का शुक्रिया अदा किया था.
पवार के बयान से नाराज उनके पुराने साथी व पार्टी के महासचिव तारिक अनवर उनके विरूद्ध हो गए थे. इसके बाद उन्होंने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया व राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे. अपने बयान की वजह से विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आने के बाद पवार ने अपने पूर्व के बयान को पलटते हुए उन्होंने दावा किया था कि फ्रांस से लड़ाकू विमानों के खरीद के इस अरबों डॉलर के सौदे में राष्ट्र को ‘लूटा’ गया है.