स्वस्थ रहने के लिए ज़रूरी है कि रोज़ाना ब्रेकफास्ट समय पर किया जाए। व यदि आप वेट लॉस कार्यक्रम फॉलो कर रहें हैं, तो ब्रेकफास्ट समय पर करना व भी ज़रूरी है। वेट लॉस में अगर ओट्मील, शेक्स, स्मूदीज़ पीकर बोर हो गए हैं, तो इस बार कुछ देसी ब्रेकफास्ट ट्राई करें। हम यहां पर देसी व हेल्दी ब्रेकफास्ट के बारे में बता रहें हैं, जिन्हें आप वेट लॉस में खा सकते हैं।
1. ऑमलेट: ऑलिव तेल में बनाया गया 2 अंडों का आमलेट से अपने दिन की आरंभ करें। लेकिन साथ में ब्रेड न खाएं। बे्रड की बजाय मूंग दाल का चीला खा सकते हैं।
2. वेजीटेबल दलिया: इसमें फैट व कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता है, जबकि आयरन, कार्ब्स व फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होते हैं। दलिया में थोड़ी गाजर-हरी मटर-शिमला मिर्च मिला दी जाए, तो यह व भी पौष्टिक बन जाता है। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं। इसे खाने के बाद जल्दी भूख नहीं लगती।
3. वेज पोहा: झटपट बननेवाला पोहा बनाने में जितना सरल है, खाने में उतना ही पौष्टिक भी। रोशनी ब्रेकफास्ट करने का मूड हो, तो आप पोहा खा सकते है। इसे खाने के बाद पेट तुरंत भर जाता है व लंबे समय तक भूख भी नहीं लगती।
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4. उपमा: सूजी व सब्ज़ियों को मिलाकर बनाया गया उपमा खाने में बहुत टेस्टी होता है। हेल्दी ब्रेकफास्ट करने का मूड है, तो उपमा बेस्ट ऑप्शन है।
5. इडली: उड़द दाल व चावल के फर्मटेशन से बनी इडली उत्तर हिंदुस्तान का लोकप्रिय ब्रेकफास्ट है। इसकी विशेषता है कि स्टीम में पकाई हुई इडली सरलता से डायजेस्ट हो जाती है।यह कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन को बेहतरीन स्रोत है व इसमें बहुत कम कैलोरी होती है।
6. डोसा: ब्रेकफास्ट में कुछ क्रिस्पी, टेस्टी व हेल्दी खाना चाहते हैं डोसा से अच्छा कुछ नहीं है। वेट लॉस करनेवाले लोगों के लिए अच्छा ऑप्शन है। लेकिन मसाला डोसा और बटर डोसा को अपने डायट प्लान में से निकाल दें।
7. ड्रायफ्रूट चीला: गेहूं का आटा, शक्कर, अंडे का घोल से बनाया गया चीला खाने में बेहद लज़ीज़ होता है। फ्लेवर के लिए इसमें इलायची पाउडर व केसर भी मिला सकते हैं। चाहें तो चीले में मिक्स ड्रायफ्रूट्स की स्टफिंग भी कर सकते हैं।
8. गेहूं-गुड़ की खीर: सूजी व चावल से बनी खीर को हेल्दी वर्जन है। वज़न कम करने के दौरान अगर आपका मन कुछ मीठा खाने का करें, तो गेहूं-गुड़ की खीर ट्राई करें। गुड़ होने के कारण आप इच्छानुसार खा सकते हैं। इसे खाने से वज़न नहीं बढ़ता है।
– देवांश शर्मा