हमने कई लोगों को देखा है की उनको शरीर पर नीले नीले निशान से बने रहते हैं कोई ज़ोर से पकड़ लें तो वहीं पर खून का थक्का बन जात है जिसको नील पड़ना भी कहते हैं नील पड़ने की परेशानी बहूत लोगों को होती है कभी पैरों में कभी हाथो में , कभी पीठ पर कहीं भी पर अपने सोचा है की ऐसा क्यों होता है ?
खून के थक्के बनने की परेशानी बहुत लोगों को होती है और यह परेशानी बहुत ज्यादा टाइट कपड़े पहने के कारण ज्यादा होती है आप सभी ने देखा होगा की यदि हमारा हाथ भी जब बहुत ज्यादा बंदिश में रहता है तो उसमें खून का दौरा रुकने लगता है जो की हमारे हाथ में झनझनाहट होने लगती है और नसों में खून का दबाव बन जाता है और खून का थक्का बनने लगता है ।
इस परेशानी के होने का कारण क्या है यह बहुत ही कम लोग समझ पाते हैं पर जिस किसी को भी यह परेशानी होती है यह उनकी सेहत के लिए बहुत ही चिंता का विषय है ऐसा क्यों होता है यह जानने की बहुत जरूरत है क्योंकि इस परेशानी की बड़ी वजह भी हो सकती है आइये जानते हैं किन कारणों से होता है ।
पोषक तत्वों की कमी के कारण भी खून के थक्के बनने की परेशानी होती यदि किसी ने खानपान में लापरवाही बरती होती है तो उसके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जताई है जिसकी वजह से खून के थक्के बनने की परेशानी हो जाती है ।
जब व्यक्ति की उम्र बहुत ज्यादा होती है और बुढ़ापा आ जाता है तो रक्त की धमनियां सुर्य की विकिरणों का सामना नहीं कर पाती हैं। जिसकी वजह से त्वचा पर जगह-जगह नीले निशान बन जाते है। त्वचा कमजोर होने पर भी नीले निशान बन जाते हैं।
कैंसर और कीमोथेरेपी जैसी समस्या होने पर ब्लड की प्लेट रेट कम हो जाती है। इससे त्वचा पर कई जगह नीले निशान बन जाते हैं।