अखिलेश के बाद अब मायावती को घेरने की तैयारी में ED?

अवैध खनन घोटाला और रिवरफ्रंट घोटाले में जांच व पूछताछ के बाद स्मारक घोटाले का जिन्न भी बाहर निकल आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई स्थानों पर गुरुवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की है। ईडी ने फर्मों और निर्माण निगम इंजीनियरों के घर समेत कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की। लोकायुक्त जांच में करीब चौदह सौ करोड़ से ज्यादा के घोटाले की बात सामने आई थी। जिसको लेकर विजिलेंस ने 1 जनवरी 2014 में गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी।

मालूम हो कि साल 2007 से लेकर 2012 के बीच यूपी में मायावती सरकार ने स्मारक और पार्क का निर्माण करवाया था।जिसमें नोएडा समेत कई शहरों को शामिल किया गया था। स्मारकों के निर्माण में लगने वाले पत्थरों की सप्लाई को मिर्जापुर दिखाया गया, लेकिन कागजों में राजस्थान का जिक्र है। बसपा सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा समेत 19 लोगों पर विजिलेंस ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिसमें आईपीसी की धारा 120 B और 409 के तहत केस दर्ज किया गया था।

मायावती सरकार के कार्यकाल के दौरान जितने भी निर्माण हुए थे वह सब लोक निर्माण विभाग और नोएडा प्राधिकरण ने करवाया था। अब इस मामले में ईडी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। मामले की जांच करते हुए लोकायु्क्त ने कहा था कि स्मारकों के निर्माण में जमकर घोटाला किया गया है और 1410 करोड़ का घोटाला हुआ है।