सरकार और आरबीआई के बीच लड़ाई का दिखने का लगा बुरा असर

आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने तथा विदेशी निवेशकों की सतत लिवाली से बुधवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार के शुरुआती कारोबार में रुपया 43 पैसे कमजोर होकर 74.11 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया। कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों में अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत रहने तथा सरकार एवं रिजर्व बैंक के बीच खींचतान की चिंताओं का भी रुपए पर दबाव रहा।

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मंगलवार को रुपया 23 पैसे गिरकर 73.68 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। हालांकि कच्चे तेल के लगभग स्थिर रहने से रुपए की गिरावट पर कुछ लगाम लगी। वैश्विक स्तर पर ब्रेंट क्रूड 0.62 प्रतिशत मजबूत होकर 76.38 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी कहा है कि वह नवंबर के दौरान बाजार में 40,000 करोड़ रुपए की नकदी डालेगा।

प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शेयर बाजारों से 1,592.02 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की। इस बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मजबूती में खुलने के तुरंत बाद 263.30 अंक गिरकर 33,627.83 अंक पर आ गया।