केरल के सबरीमाला मंदिर में पिछले महीने उच्चतम कोर्ट ने ऐतिहासिक निर्णय सुनाते हुए सभी आयु की स्त्रियों को मंदिर के अंदर प्रवेश करने का आदेश सुनाया था. कोर्ट के आदेश पर बहुत से लोगों ने एतराज जताया था.

मंदिर के पुजारी ने भी आदेश को निराशाजनक बताया था. वहीं सोमवार को नेशनल अय्यपन डिवोटी एसोसिएशन ने सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है. जिसमें कोर्ट के पहले के आदेश को चुनौती दी गई है.