यूपी के सहारनपुर में अवैध खनन पर प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से चल रहा है। यहां खनन माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि दो गुट सरेआम कोतवाली के सामने ही बीच सड़क पर आपस में भिड़ गए। एक गुट दूसरे गुट के लोगों पर उनकी खनिज से लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़वाने का आरोप लगा रहा था। इस गुट के लोगों ने दूसरे गुट के लोगों की खनिज से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां भी कोतवाली के सामने रुकवा ली। बाहर सड़क पर हंगामा होता देख पुलिस ने रोकी गई ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को सरकारी परमिशन होनी बता कर वहां से निकलवा दिया।
दरअसल पुलिस ने सुबह गंदेवड़ तिराहे से खनिज से भरी तीन ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़ा था। दो चालक भी मौके से गिरफ्तार किए गए थे। इसका पता चलने पर ट्रैक्टर ट्रालियों से खनिज का परिवहन करा रहे माफिया के लोग कोतवाली के गेट पर पहुंच गए और यहां खनिज लेकर जा रही ट्रैक्टर ट्रालियों को रोक लिया। ट्रैक्टर-ट्रालियों को रोकने पर खनन माफियाओं के दो गुट आपस में भिड़ गए।
उनका कहना था कि जब पुलिस ने उनकी ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़ लिया, तो और लोगों की ट्रैक्टर-ट्रालियां क्यों निकल रही है। कोतवाली के गेट पर हो रहे हंगामें को सुनकर पुलिसकर्मी दौड़ कर बाहर आए और रोकी गई ट्रैक्टर-ट्रालियों को यह कहते हुए निकलवा दिया कि यह सरकारी परमिशन पर आ रही है। कोतवाली के गेट पर खनन माफियाओं की भिड़ंत ने अवैध खनन एवं खनिज के परिवहन में पुलिस पुलिस की भूमिका से एक बार फिर पर्दा उठा दिया है। हालांकि कोतवाली प्रभारी निरीक्षक छोटे सिंह का कहना था, कि कोतवाली के गेट पर रोकी ट्रैक्टर-ट्रालियां परमिशन पर जा रही थी।