बैंकॉक के एयरपोर्ट पर सऊदी अरब की एक महिला को अथॉरिटीज ने रोक लिया है। लेकिन अब इस महिला का कहना है कि अगर उसे उसके देश वापस भेजा गया तो फिर उसकी हत्या हो जाएगी। इस महिला की उम्र 18 वर्ष बताई जा रही है और इसे रविवार को देश में दाखिल होने से रोक दिया गया। महिला का नाम रहाफ मोहम्मद एम अल्कुनन बताया जा रहा है। जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की हत्या को लेकर सऊदी अरब पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इस निगरानी का ही नतीजा है कि इस रहाफ को देश में दाखिल होने से रोक दिया गया और उसे देश वापस भेजने की कोशिशें की जा रही हैं। पिछले वर्ष अक्टूबर में खाशोगी की टर्की के इस्तानबुल स्थित सऊदी कांसुलेट में निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से मानवाधिकारों के हनन पर सऊदी अरब की दुनिया भर में आलोचना हो रही है।
बाल काटवाने की वजह से छह माह तक कमरे में रहीं बंद
रहाफ ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया है कि उसे सऊदी और कुवैती अधिकारियों ने रोका था। रहाफ जैसे ही सुवर्णभूमि एयरपोर्ट पहुंची उनके पास से डॉक्यूमेंट्स ले जबरदस्ती ले लिए गए। ह्यूमन राइट्स वॉच की ओर से इस बात का दावा किया गया है। रहाफ ने एएफपी को बताया, ‘उन्होंने मेरा पासपोर्ट ले लिया।’ इसके बाद रहाफ ने कहा कि उनके पुरुष अभिभावक की ओर से इस बात के बारे में बताया गया है कि रहाफ उनकी मर्जी के बिना ट्रैवेल कर रही थीं। रहाफ ने कहा है कि वह अपने परिवार से बच रही हैं जो उन्हें शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित करता है। रहाफ ने बताया, ‘मेरा परिवार काफी सख्त है और मुझे सिर्फ बाल काटने की वजह से छह माह तक कमरे में बंद करके रखा गया था।’ रहाफ ने यह भी कहा कि अगर उन्हें वापस भेजा गया तो उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा।