डकौंत पंडित के सिर और मुंह पर हथियार से वार कर हत्या करने का मामला आया सामने

पटियाला के थाना जुल्कां के अधीन गांव जैनगर रूड़की में एक 40 साल के डकौंत पंडित के सिर और मुंह पर तेजधार हथियार से वार कर हत्या करने का मामला सामने आया है। वारदात के वक्त घर में अन्य कोई नहीं था। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। थाना जुल्कां के इंचार्ज गुरप्रीत सिंह ने बताया कि झागी राम निवासी गांव जैनगर रूड़की ने पुलिस के पास बयान दिया है कि 21 अक्तूबर की रात को वह काम से अनाज मंडी मसीगन गया था। उसका बेटा ईशर सिंह (40) घर में था।

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उसकी पत्नी भी बच्चों के साथ पिछले डेढ़ महीने से अबोहर में दिहाड़ी पर नरमा चुगने का काम करने मायके गई हुई थी। 22 अक्तूबर को तड़के पांच बजे जब वह अपने घर पहुंचा, तो घर के आंगन में ईशर सिंह की लाश चारपाई पर पड़ी थी। उसके सिर और मुंह पर तेजधार हथियार से चोट मारने के निशान थे। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।

पुलिस के मुताबिक ईशर सिंह को शराब पीने की आदत थी और शराब पीने के बाद वह अकसर लोगों के साथ गाली-गलौच करता था। शायद इसी वजह से किसी ने उसका कत्ल कर दिया हो। फिलहाल पुलिस इस थ्योरी पर जांच आगे बढ़ा रही है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

वहीं पटियाला में ही एक युवक की डिप्रेशन से मौत हो गई। बयाना लेकर भी कोठी की रजिस्टरी नहीं कराई गई। साथ ही युवक को पीटकर धमकियां दी गईं। इससे डिप्रेशन में आकर युवक की मौत हो गई। थाना भादसों पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मरने वाले युवक के भाई के बयान पर आरोपी और उसके दो बेटों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

थाना भादसों के अधीन पड़ती संधू कालोनी के रहने वाले परमिंदरजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके भाई हरसिमरजीत सिंह (30) ने दो साल पहले रजिंदर कौर पत्नी अमर सिंह को 9 लाख 50 हजार रुपये बयाना देकर एक कोठी खरीदी थी। अभी कोठी की रजिस्टरी नहीं हुई थी। सौदे के कुछ समय बाद ही आरोपी अमर सिंह, उसके दोनों बेटे बलकार व गुरविंदर सिंह निवासी गांव झंबाली साहनी ने कोठी की रजिस्टरी कराने से मना कर दिया।

9 अक्तूबर 2018 को आरोपियों ने शिकायतकर्ता परमिंदरजीत सिंह के घर आकर उसकी मां से मारपीट की। इसके बाद 21 अक्तूबर 2018 को तीनों आरोपी दोबारा से शिकायतकर्ता के घर पहुंच गए और कोठी खाली करने की धमकी देने लगे। इस कारण हरसिमरजीत सिंह डिप्रेशन में आ गया और उसकी सोमवार को मौत हो गई। पुलिस ने बयान के आधार पर आरोपी व्यक्ति व उसके दोनों बेटों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।