कुंभ से लौटने वाले अप्रवासी हिंदुस्तानियों के लिए तीन विशेष रेलगाड़ियां चलाने की घोषणा की है। ये ट्रेनें 24 जनवरी को प्रयागराज रेलवे स्टेशन से दिल्ली स्थित सफदरजंग रेलवे स्टेशन के लिए चलाई जाएंगी। इन तीनों ट्रेनों से लगभग 3000 अप्रवासी हिंदुस्तानियों के कुंभ से दिल्ली लौटने की आसार है। इन ट्रेनों को चलाने को लेकर विदेश मंत्रालय के ऑफिसर भी रेलवे के संपर्क में हैं। ये सभी रेलगाड़ियां रेलवे के उपक्रम IRCTC की ओर से चलाई जा रही हैं।
हमसफर गाड़ियों के हैं रेक
रेलवे की ओर से कुंभ से दिल्ली के लिए अप्रवासी हिंदुस्तानियों के लिए जो ट्रेनें चलाई जा रही हैं उनमें हमसफर रेलगाड़ियों का रेक प्रयोग किया जाएगा। इस रेक में कुल 22 डिब्बे होंगे।इनमें 19 3AC के डिब्बे हैं वहीं 02 क्षमता कार का प्रयोग होगा ताकि पूरी गाड़ी में एसी चलाने को लेकर बिजली की बेहतर आपूर्ति हो सके। इसके अतिरिक्त गाड़ी में एक पैंट्री कार का डिब्बा लगाया जाएगा।
उत्तर रेलवे कुंभ के लिए चला रहा 158 ट्रेनें
इन सभी रेलगाड़ियों के लिए बुकिंग प्रारम्भ हो चुकी है। IRCTC के जरिए इन गाड़ियों की बुकिंग की जा रही है। इन विशेष गाड़ियों के नंबर 00445, 00447, 00449 हैं। इन गाड़ियों में सिर्फ एनआरआई यात्रियों की ही बुकिंग की जाएगी। बताते चलें कि उत्तर रेलवे ने कुंभ के लिए कुल 158 रेलगाड़ियां चलाने की घोषणा की है।
रेलवे नहीं लेगा मेला सरचार्ज
किसी भी स्थान पर मेला या इस तरह का बड़ा आयोजन करने पर रेलवे को आने वाले यात्रियों के लिए बड़े पैमाने पर बंदोवस्त करने होते हैं। रेल यात्रियों के स्टेशन पर रुकने, अलावागाड़ियां चलाने, मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, कई नए काउंटर खोलने जैसे कई कार्य करने होते हैं। इसमें रेलवे को बहुत ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है। रेलवे इस खर्च की भरपाई के लिए मेले में जाने वाले यात्रियों से टिकट पर अलावा तौर पर छोटी शुल्क लेना है जिसे मेला सरचार्ज बोला जाता है। जिन यात्रियों ने एडवांस में टिकट बुक कराया होता है उसने यात्रा के दौरान टीटी ट्रेन में मेला सरचार्ज वसूलता है। लेकिन रेलवे ने इस साल फरवरी में इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ मेले में जाने वाले यात्रियों ने किसी भी तरह का सरचार्ज न लेने का फैसला लिया है।
लगभग 800 विशेष रेलगाड़ियां चलाएगा रेलवे
इलाहाबाद में आयोजित होने जा रहे अर्ध कुंभ मेले के लिए इंडियन रेलवे राष्ट्र भर से लगभग 800 विशेष ट्रेनें चलाने जा रही है, इस बार कुंभ स्पेशल रेलगाड़ियों की विशेष पहचान होगी। इन गाड़ियों के 1,600 डिब्बों पर ‘कुंभ चलो’ के नारे के साथ प्रयाग में डुबकी लगाते नागा साधुओं व लोगों की फोटोज़ लगी होंगी। इसके साथ मेले की थीम पर डिजायन किया गया एक विशेष लोगो भी लगा होगा।
12 करोड़ लोग लेंगे कुंभ में हिस्सा
अर्ध कुंभ का आयोजन अगले महीने से प्रारम्भ होगा, जिसमें 12 करोड़ लोगों के भाग लेने की उम्मीद जताई जा रही है। धार्मिक यात्रियों के लिए चलाई जा रही विशेष ट्रेनों के डिब्बों में राख से लिपटे नागा साधुओं की तस्वीरों के साथ ही शाही स्नान व शाम की आरती की फोटोज़ भी लगाई जाएंगी।
गाड़ियों में बढ़ेंगे डिब्बे
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि “इलाहाबाद की नियमित ट्रेन सेवाओं में डिब्बों की संख्या बढ़ाई गई है। इसके साथ ही 800 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह सभी करीब तीन महीने तक चलने वाले इस मेले के दौरान चलाई जाएंगी। ” चौधरी ने बोला कि इसके अतिरिक्त ट्रेन के डिब्बों पर यूपी के पर्यटन से जुड़ी फोटोज़ भी होंगी।