
प्रोग्राम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी व भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे. वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस प्रोग्राम में भाग लेने का अनुमान है.
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस। मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के इंडियन मोबाइल कांग्रेस पार्टी में भाग लेने का अनुमान है.’’
उन्होंने बोला कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस प्रोग्राम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है. भारतीय मोबाइल कांग्रेस पार्टी के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार एरिया पर जोर रहेगा.
मैथ्यूज ने बोला कि प्रोग्राम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन व यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है.
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस पार्टी होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है. दक्षिण एशिया व दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा प्रोग्राम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार एरिया की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें व प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके. इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप व बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी व आर्थिक योगदान पहल) राष्ट्रों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे.’’
उन्होंने बोला कि गवर्नमेंट इंडियन मोबाइल कांग्रेस पार्टी में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो गवर्नमेंट से मिलना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा व दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस पार्टी में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा. हम इस बात की प्रयास कर रहे हैं कि इस प्रोग्राम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये गवर्नमेंट से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके.’’
इंडियन मोबाइल कांग्रेस पार्टी में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है.
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है. हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए कार्य करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके.’’ (इनपुट:भाषा)