कुल 4.74 करोड़ मतदाताओं में 2.81 करोड़ मतदाता ऐसे हैं जिनकी आयु 39 वर्ष तक है. ये आंकड़ा कुल मतदाताओं का 59 फीसदी है. लेकिन एक तथ्य ये भी है कि भले ही राज्य में युवा मतदाताओं की संख्या 2.81 करोड़ हो लेकिन विधानसभा में युवाओं की भागीदारी बेहद कम है. पिछले दो विधानसभा में 17.5 प्रतिशत विधायक ऐसे थे जिनकी आयु 40 वर्ष थी.
कुल 4.74 मतदाता
2.81 मतदाताओं की आयु 39 साल
कुल मतदाताओं का 59 फीसदी
17.5 विधायकों की आयु 40 वर्ष तक
मंत्रियों की औसत आयु 60 साल
मौजूदा बीजेपी गवर्नमेंट में मंत्रियों की औसत आयु 60 वर्ष है. जबकि पिछली गहलोत गवर्नमेंट में भी मंत्रियों की औसत आयु 59 वर्ष थी. मौजूदा बीजेपी गवर्नमेंट में स्पीकर की आयु ही 84 वर्ष है. चार मंत्रियों की आयु 70 से 75 वर्ष है.
इन आंकड़ों से साफ है कि भले ही भाजपा-कांग्रेस का दारोमदार युवा वोटरों पर हो, लेकिन टिकट वितरण में युवाओं की अनदेखी की जाती है. 59 प्रतिशत युवा वोटरों का आंकड़ा एक बड़ा आंकड़ा है. इस बार ये तस्वीर कितनी बदलती है ये कुछ ही दिनों में साफ हो जाएगा.