इस बार मौनी अमावस्या में बन रहा ये विशेष योग, ऐसे करें गंगा स्नान

माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है और इस दिन लोग पूरे दिन मौन व्रत रखते हैं यानि ​की किसी से बात नहीं करते हैं। इसी के साथ इस दिन गंगा स्नान के साथ ही पूजा – पाठ का भी विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन गंगा स्नान करता है उसे देवताओं का आर्शीवाद प्राप्त होता है क्योंकि इस दिन सभी देवता गंगा में आकर स्नान करते हैं और गंगा स्नान करने वाले लोगों पर अपनी कृपा की बरसात करते हैं।

गंगा स्नान के साथ ही इस दिन किए गए दान का पुण्य भी बहुत बढ़ जाता है। ये माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन दान करता है उसे सतयुग में​ किए गए तप के बराबर फल मिलता है। इस बार की मौनी अमावस्या कुछ दुर्लभ संयोगो के कारण बहुत ही खास हो गई है। आपको बता दें कि इस बार की अमावस्या सोमवार के दिन पड़ रही है और सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। 71 वर्ष बाद मौनी अमावस्या और सोमवती अमावस्या का विशेष संयोग देखने को मिल रहा है।

इस दिन श्रवण नक्षत्र होने से पवित्र महोदय योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं। इन सभी विशेष योगों के कारण इस बार की मौनी अमावस्या बहुत ही खास हो गई है। पंचांग के अनुसार, इस बार अमावस्या तिथि तीन फरवरी की रात 11 बजकर 50 मिनट से प्रारंभ होगी और ये पांच फरवरी को रात 2 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। चार फरवरी को पूरे दिन अमावस्या रहेगी इसी कारण इस दिन गंगा स्नान, दान और पूजा-पाठ करना शुभ रहेगा।