आपकी सूखी खांसी से परेशान लोग इस उपाए से पायें छुटकारा

सर्दियों के मौसम में कई बार सीने में सर्द हवा लगने से कई लोगों को खांसी की समस्या हो जाती है. कई बार खांसी की समस्या होती है, लेकिन थोड़ा सा इलाज करने के बाद ही खत्म हो जाती है. पर कई बार ऐसा भी होता है कि एक बार खांसी होने के बाद ये जल्दी खत्म नहीं होती है. गले में खरास, बदन दर्द ये सब पूरी सर्दियों में लगा रहता है.

एलर्जी से भी हो सकती है खांसी
चिकित्सकों का कहना है कि अगर आप न तो अस्थमा से पीड़ित और न ही आप धूम्रपान करते हैं लेकिन फिर भी लगातार आप सूखी या परेशान करने वाली खांसी से जूझ रहे हैं तो इसकी वजह हर दिन प्रदूषित हवा में सांस लेना है. हार्ट केयर फाउंडेशन (एचसीएफआई) के अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल का कहना है कि सर्दी के महीनों में एलर्जी जनित खांसी अधिक होती है, जब तापमान में गिरावट के कारण प्रदूषक और एलर्जी कारक तत्व वायुमंडल से हट नहीं पाते हैं, जिससे अस्थमा, एलर्जी राइनाइटिस और अन्य एलर्जी विकार बढ़ जाते हैं. तापमान और ठंड में अचानक परिवर्तन के चलते, शुष्क हवा भी वायुमार्ग को संकुचित करती है, जिससे कष्टप्रद खांसी शुरू हो जाती है.

महीनों तक बनी रह सकती है गले में जलन
उन्होंने कहा, “दिल्ली जैसे शहरों में आबादी का अधिकांश हिस्सा ओजोन और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड जैसी प्रदूषक गैसों के कारण एलर्जी जनित खांसी से परेषान होता रहता है. अन्य कारकों में सड़क और निर्माण स्थलों से उठने वाली धूल, पराग कण, धुआं, नमी, और तापमान में अचानक परिवर्तन शामिल हैं. गले में जलन और खुजली हफ्तों से महीनों तक बनी रह सकती है और यह तीव्रता में भिन्न हो सकती है.”क्या है अन्य कारण
डॉ. के.के. अग्रवाल ने कहा, “मौसमी एलर्जी के कुछ अन्य लक्षणों में नाक बहना, छींकना, आंखों में पानी और खुजली तथा आंखों के नीचे काले घेरे शामिल हैं. ये काले घेरे या एलर्जिक शाइनर्स नाक की गुहाओं में सूजे हुए ऊतकों और आंखों के नीचे रक्त के जमाव के कारण होते हैं. एलर्जी जनित खांसी आमतौर पर रात में तीव्र हो जाती है.” प्रख्यात चिकित्सक ने कहा कि वायरल और बैक्टीरियल दोनों तरह के संक्रमण, अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों जैसे फेफड़े या गुर्दे की बीमारी, दिल की विफलता, फेफड़े की पुरानी प्रतिरोधी बीमारी या अस्थमा वाले लोगों में जटिलताओं का कारण बन सकते हैं. अगर तेज बुखार दो दिन से अधिक समय तक बना रहे तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

बार-बार हाथ धोना है सही
डॉ. अग्रवाल ने कुछ सुझाव देते हुए कहा, “अपने हाथों को बार-बार धोएं, खासकर तब जब आप किसी सार्वजनिक स्थान पर हों. हमेशा अपनी शर्ट की बांह में या टिश्यू पेपर में छींकें. हालांकि इससे आपके स्वयं के लक्षण कम नहीं हो सकते, लेकिन यह आपके संक्रामक रोग को फैलने से रोकेगा. अपने शारीरिक सिस्टम में कीटाणुओं के प्रवेश को रोकने के लिए अपने चेहरे, खासकर अपनी आंखों और मुंह को छूने से बचें.”

अपना सकते हैं ये घरेलू नुस्खे

सूखी खांसी से राहत दिलाने में शहद को काफी कारगर माना गया है क्योंकि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं. रोजाना गर्म पानी के साथ शहद पीने से आपको सूखी खांसी से राहत मिल सकती है.

तुलसी के पत्ते सूखी खांसी को दूर करने का रामबाण इलाज है. रोजाना सुबह खाली पेट पानी में तुलसी के पत्ते उबालकर इसमें थोड़ी सी चीनी मिलाकर पीने से गले को राहत मिलती है.