भारत के अमीरों में शामिल मुकेश अंबानी, अजीम प्रेमजी, लक्ष्मी निवास मित्तल जैसे लोग आखिर धनकुबेर क्यों हैं? क्या यह सिर्फ अपनी मेहनत के बूते इस मुकाम पर पहुंचे हैं या फिर इसके पीछे किस्मत का बुलंद होना भी कारण है? बर्कले हारून की लिस्ट इसी ओर संकेत करती है। उसके मुताबिक कैंसर (कर्क), वर्गो (कन्या), एरीज (मेष), स्कॉर्पियो (वृश्चिक) व कैपरीकॉर्न (मकर) राशि के लोग राष्ट्र की सबसे धनी हस्तियों में से एक हैं। बर्कले हारून की सूची में बताया गया है कि 831 धनी हिंदुस्तानियों में से करीब 50% इन्हीं राशियों से आते हैं।
धनकुबेरों में सबसे ज्यादा कर्क राशि के
धनकुबेरों की सूची में सबसे ज्यादा लोग कर्क राशि के हैं। कर्क राशि के ऐसे लोगों की तादाद 10.5% है। उनकी वेल्थ 21,200 करोड़ रुपए है। सूची में इस राशि का प्रतिनिधित्व गौतम अडानी कर रहे हैं। इसके बाद कन्या राशि के लोगों की संख्या 9.7%, मेष के 9.3 फीसदी, वृश्चिक के 9.2 प्रतिशत व मकर राशि के लोगों की संख्या 9 प्रतिशत है। कन्या राशि में अमीरों का प्रतिनिधित्व शपूरजी पलोनजी मिस्त्री कर रहे हैं जबकि रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी मेष राशि का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
क्या कहती है धनकुबेरों की सूची (स्रोत : हारून रिसर्च इंस्टीट्यूट)
अजीम प्रेमजी सिंह राशि के हैं
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक विप्रो के अजीम प्रेमजी की राशि लियो (सिंह) है। वहीं सन फार्मा के दिल्ली संघवी, कोटक बैंक के उदय कोटक व आर्सेलर मित्तल के सीईओ एलएन मित्तल की क्रमश: राशि लिब्रा, पिसीज व जेमिनी है। सेरम इंस्टीट्यूट के साइरस एस पूनावाला, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के नुसली वाडिया व हिन्दुजा समूह के एसपी हिन्दुजा की राशि क्रमश: टाउरस, एक्वेरियस व सैगिटेरियस है।