उन्होंने अलग-अलग भाषाओं में गीत गाए। पहले जमाने के लोगों ने जहां लता की रोमानी आवाज का लुत्फ उठाया, तो वहीं आज के युवा उनकी गायकी को सुन पुराने दौर से जुड़े हुए हैं।
लता मंगेशकर के जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर उन्हें जन्मदिन की बधाईयां दी। पीएम मोदी ने लिखा कि लता दीदी आपको जन्मदिन की शुभकामनाएं। दशकों तक फैले आपके असाधारण काम करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। आप हमेशा हमारे देश के विकास के बारे में भावुक रहे हैं। क्या आप अच्छे स्वास्थ्य से भरे लंबे जीवन का नेतृत्व कर सकते हैं।
इस पर मोदी ने लता मंगेशकर को हाथ जोड़कर धन्यवाद देते हुए कहा था कि आप देश की भारत रत्न हैं और आपके कंठ से निकलने वाली ध्वनि को मां सरस्वती ने स्वंय वरदान दिया है। ये सिर्फ गीत नहीं बल्कि देश के वीर सपूतों की अमर कथा है जिसे केवल आप वर्णित कर सकती हैं, आप पर पूरे देश को गर्व है। वहीं पार्टी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मोदी को लेकर देशभर में जो माहौल है, उसे लता मंगेशकर ने भी समझा है। उन्होंने कहा कि आज देश में सभी कांग्रेस मुक्त शासन चाहते हैं।
लता की गाना सुन भावुक हो गए थे नेहरू- लता मंगेशकर ने अपनी आवाज के जरिए देश के वीर जवानों के जज्बातों को भी बखूबी बयां किया है। तभी तो उनके गाये अमर गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ को सुनकर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के भी आंखों से आंसू बह गए। आपको बता दें कि 27 जनवरी, 1963 को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की मौजूदगी में वीर शहीदों की याद में लता मंगेशकर ने यह गीत गाया था। इस गीत को सुनकर नेहरू रो पड़े थे।