नवजात शिशु की मालिश करते वक्त इन खास बातों का जरुर रखे ध्यान

जिस तरह प्रेग्‍नेंसी के बाद मां को अपना पूरा ख्‍याल रखना होता है, ठीक उसी प्रकार उस वक्‍त उसके नवजात शिशु को भी खास देखभाल की जरूरत होती है. जन्म के तुरंत बाद बच्चा पूरी तरह से दूसरों पर निर्भर रहता है. यह ऐसा वक्‍त होता है, जब बच्‍चे का शारीररिक व मानसिक विकास होता है. इस दौरान उसे अच्‍छी देखभाल की जरूरत होती है. नवजात शिशु की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है जिसकी वजह से उसे बीमारियों का खतरा भी बना रहता है. ऐसे में बच्‍चे की साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्‍यान रखना चाहिए. बच्चो को रोज नहलाना चाहिए.

साथ ही बच्‍चे की बेबी ऑयल की मदद से मालिश करनी चाहिए. बच्‍चे की अच्‍छी सेहत के लिए मां के दूध के साथ साथ बच्चे की साफ-सफाई भी बेहद जरूरी है. बच्‍चे को रोज नहलाने से उसके शरीर का विकास अच्छी तरह से होता है. दरअसल नवजात शिशु को संक्रमण और बीमारियों का खतरा सबसे अधिक होता है. इसके अलावा वह बोलने व प्रतिक्रिया देने में भी असमर्थ होते हैं जिसकी वजह से वह अपनी तकलीफ मां तक पहुंचा पाते. ऐसे में बीमारी का खतरा बना रहता है. जरूरी है कि बच्‍चे को रोजाना दिन में किसी
समय नहलाएं और बेबी ऑयल की मदद से उसकी मालिश करें. नवजात शिशु की मालिश करते वक्त इन खास बातों का ध्यान जरूर रखें.

बच्‍चे की मसाज और नहलाने का समय
जब भी आप बच्‍चे की मालिश करें, तो समय का ध्‍यान जरूर रखें. कोशिश करें कि बच्‍चे को ऐसे समय पर नहलाएं, जब उसे सर्दी पकड़ने का खतरा न हो.खासकर सर्दियों में बच्‍चे को सुबह के समय जब धूप निकल जाए उसके बाद ही नहलाएं. इसके अलावा, बच्‍चे की मालिश के लिए आप वह समय चुनें जब बच्‍चा पूरी तरह आराम कर चुका हो और उसकी नींद पूरी हो चुकी हो. इसके लिए भी दिन का समय ही बेहतर है क्‍योंकि उस समय बच्‍चा अपनी नींद पूरी कर चुका होता है और उसका पूट भी भरा होता है. आप बच्‍चे को दूसरी या तीसरी बार दूध पिलाने से पहले ही मालिश करें. आपको बता दें कि बच्‍चे को दूध पिलाने के आधे घंटे बाद ही मालिश करना सही होता है.

मालिश के बाद बच्‍चे को न नहलाएं इस बात का ध्‍यान जरूर रखें कि आप बच्‍चे की मालिश करने के बाद कभी भी बच्चे को नहलाने गलती न करें. खासकर ठंडे पानी से तो बिल्कुल नहीं. ऐसा इसलिए क्योंकि मसाज के बाद बच्‍चे का शरीर गर्म हो जाता है और मालिश के बाद नहलाने से बच्‍चा बीमार पड़ सकता है. आप चाहें तो मालिश के करीब एक घंटे बाद बच्‍चे को नहला सकते हैं. बच्चे को नहलाने के लिए हमेशा गुनगुने पानी का ही इस्तेमाल करें.