किडनी के रोगों के इलाज के लिए भारत के पांच बेहतर हॉस्पिटल

डायलिसिस और ट्रांसप्लांट सहित किडनी के इलाज के लिए भारत में कई बेहतर हॉस्पिटल हैं। खास बात यह है कि यहां के अस्पतालों में अंतरराष्ट्रीय अस्पतालों की तुलना में कम लागत पर बेहतर इलाज होता है। यही वजह है कि यहां इलाज के लिए अन्य देशों भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। हम आपको किडनी के रोगों के इलाज के लिए भारत के पांच बेहतर अस्पतालों की जानकारी दे रहे हैं।

1) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स, दिल्ली)
एम्स में नेफ्रोलॉजी विभाग 1969 में शुरू किया गया था। गरीब मरीजों को बीमारी के इलाज के लिए उन्हें सरकार द्वाराकुछ वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। एम्स में एक सप्ताह में 3 से 4 ट्रांसप्लांट हो रहे हैं। किडनी रोग और ट्रांसप्लांट के लिए यह देश का सबसे बेहतर अस्पताल है।

2) फोर्टिस अस्पताल (बैंगलोर, कर्नाटक)
एनएबीएच से प्रमाणित फोर्टिस में एडवांस ट्रीटमेंट किया जाता है। यहां पर ईगर टेस्ट (estimated Glomerular Filtration Rate) की सुविधा उपलब्ध है। एक रिपोर्ट के अनुसार, फोर्टिस से किडनी ट्रांसप्लांट के सफल होने के बाद कई मरीज ठीक हो गए हैं, जिससे उन्हें जीवन की बेहतर गुणवत्ता मिली है।

3) मणिपाल अस्पताल (बैंगलोर, कर्नाटक)
मणिपाल अस्पताल किडनी से जुड़े रोगों के इलाज के लिए सबसे अच्छे अस्पतालों में से एक है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस अस्पताल ने लगभग 1000 किडनी ट्रांसप्लांट हुए हैं। 600 बिस्तर वाला यह अस्पताल लेप्रोस्कोपिक डोनर नेफ्रेक्टॉमी (LDN) के लिए अग्रणी संस्थान है। पूरी तरह से वातानुकूलित है और कर्नाटक में मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल है।

4) कोयंबटूर किडनी अस्पताल 
गुर्दे और मूत्र पथ के रोगों के उपचार के लिए यह सबसे बेहतर अस्पताल माना जाता है। यहां पर 18,000 हेमो डायलिसिस और 200 किडनी ट्रांसप्लांटेशन हो चुके हैं। स्टेरॉयड फ्री किडनी ट्रांसप्लांट इस अस्पताल से नवीनतम नवाचार है और यह रोगियों में स्टेरॉयड से संबंधित जटिलताओं से बचने में मदद कर रहा है।

5) क्रिस्टीन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में नेफ्रोलॉजी I और नेफ्रोलॉजी II का बेहतर इलाज उपलब्ध है। यहां चाइल्ड किडनी केयर क्लिनिक भी चलाया जाता है। यहां से दी जाने वाली सुविधाओं में हेमोडायलिसिस, पेरिटोनियल डायलिसिस, रीनल ट्रांसप्लांटेशन, डायग्नोस्टिक टेस्ट, बायोप्सी, पेशेंट एजुकेशन, नेफ्रोलॉजी रिसर्च, एजुकेशन आदि शामिल हैं।