आतंकवाद के मसले पर भारत-पाकिस्तान के बीच पिछले काफी समय से जारी तनाव इन दिनों चरम पर है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तानी आंतकी संठन द्वार किए गए भीषण आतंकी हमले ने पूरी दुनिया में दहशत में डाल दिया। लिहजा अब भारत समेत दुनिया के कई देश एक साथ, एक सुर में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर दवाब बना रहे हैं।
अंतराष्ट्रीय स्तर पर दिख रहे गुस्से को भांपते हुए पाकिस्तानी सरकार दिखावे के लिए ही सही, लेकिन आतंकवादियों के खिलाफ थोड़ी सख्ती दिखाई है। दरअसल, मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा और उससे जुड़ी संस्था फला ए इंसानियत फाउंडेशन को प्रतिबंधित संगठनों की सूची में औपचारिक रूप से डाला गया है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान की ओर से उक्त कदम ऐसे समय में उठाये गए हैं, जब सोमवार को भारतीय मीडिया ने ऐसी खबर दी थी कि ये दोनों संगठन सिर्फ निगरानी वाली सूची में बने हुए हैं। जिसके बाद पाकिस्तान के राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण ने मंगलवार को अपडेटेड सूची के हवाले से दावा किया कि जेयूडी और एफआईएफ उन 70 संगठनों में शामिल हैं जिन पर गृह मंत्रालय ने आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत पाबंदी लगाई है।
इस सूची के नीचे लिखा है कि, ‘यह सूची पांच मार्च 2019 तक अपडेटेड है और इसे एनसीटीए ने गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचनाओं के आधार पर तैयार किया गया है।’ आतंकियों के खिलाफ पाकिस्तान सरकार की कार्रवाई की पुष्टि गृह राज्यमंत्री शहरयार खान अफरीदी ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान की है।
उन्होंने कहा कि, आतंकी संगठनों पर कार्रवाई के तहत 44 लोगों को हिरासत में लिया गया। वहीं गृह मंत्रालय के सचिव आजम सुलेमान खान के अनुसार, गिरफ्तार किए लोगों में हम्माद अजहर और मुफ्ती अब्दुल रऊफ भी शामिल है। मंत्री ने कहा कि, भारत द्वारा पिछले सप्ताह पाकिस्तान को सौंपे गये डॉजियर में रऊफ और हम्माद अजहर के नाम शामिल थे। बता दें कि हम्माद, मसूद अजहर का बेटा है जबकि रऊफ उसका भाई है। ये सभी लोग जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सुरक्षाबलों पर हुए भीषण आतंकी हमले में शामिल थे। जिनके खिलाफ जांच चल रही है।