‘An apple a day keeps the doctor away’ अंग्रेजी की ये कहावत तो शायद आप सबने सुनी हो जोकि बहुत ज्यादा हद तक हकीकत भी है। सेब में विटामिन व मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी ये बहुत ज्यादा अच्छा है। लेकिन हाल ही में हुए एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि एक सेब में करीब 10 करोड़ बैक्टीरिया पाए जाते हैं। इसलिए जब अगली बार आप स्वास्थ्य बनाने के लिए सेब खाना चाहें तो इस बात को याद कर लें
बता दें कि सेब की पैदावार किस तरह से की जा रही है यही निर्धारित करता है कि इसपर पाए जाने वाले माइक्रोब्स लाभकारी है या नुकसानदायक। शोधकर्ताओं के मुताबिक, ज़्यादातर माइक्रोब्स सेब के भीतरी भाग में पाए जाते हैं, लेकिन आप जिस हिस्से को खाते हैं उसपर पाए जाने वाले माइक्रोब्स भी आपकी स्वास्थ्य पर असर डालते हैं। शोध में यह भी सामने आई है कि अगर आप आर्गेनिक विधि से उगाए गए सेबों को खाते हैं तो उसमें बैक्टीरिया की मात्रा संतुलित होती है बजाए कि साधारण विधि से उगाए गए सेबों के।
इसे भी
सेब के बारे में ये जानकारी ‘जर्नल फ्रंटियर्स इन माइक्रोबायोलॉजी’ में प्रकाशित हुई थी। इस सिलसिले में ऑस्ट्रिया के ग्रैज यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलजी के प्रफेसर गेब्रियल बर्ग ने बताया कि हम अमूमन जो खाते हैं उसके अन्दर भी बैक्टीरिया, फंगी व वायरस पाए जाते हैं। खाने के थोड़ी देर बाद तक ये हमारे पेट में इक्कठे हो जाते हैं। लेकिन जब हम खाने को पकाते हैं तो अधिकांश माइक्रोब्स समाप्त हो जाते हैं। यही वजह है कि सलाद, फल व सब्जियों को कच्चा खाने की सलाह दी जाती है।