इस नई मुसीबत में फंसे टेस्ला कंपनी के मालिक

सुप्रसिद्ध कारोबारी और टेस्ला कंपनी के प्रमुख एलन मस्क नई मुसीबत में फंस गये हैं। भले ही उनके चाहने वाले या उनकी कंपनी के उपभोक्ता एवं निवेशक टेस्ला की चालक सीट पर मस्क को छोड़ किसी और की कल्पना नहीं कर सकते, लेकिन अमेरिका के सरकारी प्रतिभूति नियामकों ने उन्हें हटाने का इरादा बना लिया है।

अमेरिका के प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग ने मस्क के ऊपर कंपनी को प्राइवेट बनाने के संबंध में गलत बयान देकर प्रतिभूति धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। आयोग ने एक संघीय अदालत में याचिका दायर कर मस्क को टेस्ला प्रमुख के पद से हटाने की मांग की है।

एजेंसी ने गुरुवार को दर्ज शिकायत में कहा है कि मस्क ने टेस्ला को प्राइवेट बनाने के लिए वित्तपोषण की व्यवस्था हो जाने के संबंध में सात अगस्त को ट्विटर पर गलत बयान दिया था। मस्क ने तब दावा किया था कि टेस्ला को प्राइवेट बनाने के लिए 420 रुपये प्रति शेयर की दर से वित्तपोषण की व्यवस्था हो गयी है। यह कीमत टेस्ला के शेयरों की तत्कालीन बाजार दर से काफी अधिक थी।

आयोग ने जारी बयान में कहा है कि उसने मैनहट्टन की जिला अदालत से मस्क को किसी भी सार्वजनिक कंपनी के निदेशक या अधिकारी पद पर कार्य करने से रोके जाने की मांग की है। एजेंसी ने दीवानी मुकदमा समेत गलत बयान से हुए किसी भी प्रकार के फायदे का पुनर्भुगतान करने और मस्क को गलत एवं बरगलाने वाले बयान से रोकने के आदेश की भी मांग की है।

हालांकि मस्क को टेस्ला से हटाना मुश्किल काम साबित होगा और इससे कंपनी को भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्हें अधिकांश हिस्सेदार टेस्ला के इलेक्ट्रिक कार तथा सौर ऊर्जा परिचालन के पीछे का असली दिमाग मानते हैं। एजेंसी के अदालत में जाने की खबर के बाद टेस्ला का शेयर भरभरा गया। गुरुवार को टेस्ला का शेयर करीब 12 प्रतिशत गिर गया।

इस बीच टेस्ला द्वारा जारी बयान में मस्क ने आयोग के कदम को अन्याय करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा ही सत्य, पारदर्शिता और निवेशकों के सर्वश्रेष्ठ भले के लिए कदम उठाया है। सत्यनिष्ठा मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा मूल्य है और तथ्यों से मालूम होगा कि मैंने इनसे कभी समझौता नहीं किया है।’’