चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक ,वजह जानकर चौक जाएगे आप

पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा का ऑफलाइन पंजीकरण एक हफ्ते के लिए पूरी तरह बंद कर दिया है। इसके बाद जो भी यात्री ऑफलाइन पंजीकरण कराएंगे, उनकी एक हफ्ते बाद की बुकिंग नहीं होगी। अब तक यात्री पूरे सीजन के किसी भी दिन के लिए ऑफलाइन पंजीकरण करा रहे थे। अगले महीनों का आफलाइन पंजीकरण कराकर यात्रियों के धामों में पहुंचने की शिकायतों के बाद यह फैसला लिया गया है।

पर्यटनसचिव, दिलीप जावलकर ने बताया कि कुछ लोग ऑफलाइन माध्यम से अगले महीनों के स्लॉट की बुकिंग करा रहे हैं, लेकिन उसी दिन तीर्थयात्रा पर रवाना हो रहे हैं। रास्ते में पुलिस रजिस्ट्रेशन की जांच के दौरान ऐसे वाहनों को रोक रही है। इससे तीर्थयात्रियों को अनावश्यक परेशान होना पड़ रहा है और धामों में भीड़ भी बढ़ रही है। इससे बचने को तय किया गया है कि, अब केवल सात दिन के भीतर का ही ऑफलाइन पंजीकरण शुरू होगा। हालांकि सभी स्थानों पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर बने रहेंगे।

सूत्रों ने बताया कि, ट्रेवल एजेंट, हरिद्वार, ऋषिकेश के पंजीकरण केंद्रों में जून, जुलाई, अगस्त के महीनों की बुकिंग करा रहे हैं और इसी स्लिप को लेकर यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। जब धामों में तय संख्या से यात्री पहुंचे, तो ट्रेवल एजेंटों का यह गोलमाल सामने आया। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से ऑनलाइन और फिजिकल काउंटरों के माध्यम से तीर्थयात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है। तीर्थयात्रियों को यूटीडीबी की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही ऋषिकेश, हरिद्वार, उत्तराखंड की सीमा सहित यात्रा मार्ग पर कुल 18 से 20 केंद्रों में ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।