कोरोना को मात देने के लिए करे गिलोय का उपयोग, जानिए इसके फायदे

कई सारी रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि गिलोय रस का सेवन शरीर में होने वाली ऐंठन और अकड़न में फायदा पहुंचाता है। कई बार मेडिकल ट्रीटमेंट के बाद मरीज को शरीर में अकड़न महसूस होती है। इस स्थिति में गिलोय का रस फायदेमंद है।

गिलोय में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण जहां शरीर में किसी भी तरह के बैक्टीरिया को घुसने से रोकता है। जिसकी वजह से संक्रामक बीमारियों का खतरा कम होता है। वहीं गिलोय घाव को भरने और सूखने में भी मदद करता है। इसका कारण गिलोय का एंटीमाइक्रोबियल गुण ही है।

गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड पाया जाता है। इसके अलावा इसमें कॉपर, आयरन, फास्फोरस, जिंक,कैल्शियम, मैग्नीशियम के साथ-साथ एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर आदि तत्व पाए जाते हैं। जो आपको हर बीमारियों से कोसों दूर रखते हैं। गिलोय को कुछ लोग अमृता नाम से भी जानते हैं। तो चलिए जानें गिलोय रस को पीने के और क्या-क्या फायदे हैं….

गिलोय में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी बूस्ट कर सकते हैं। इसलिए रोजाना गिलोय, तुलसी, लहसुन, अश्वगंधा और हल्दी का काढ़ा पीना चाहिए।

कोरोना से बचने के लिए कई बार बताया गया कि इम्यूनिटी को बढाएं। ऐसे में सभी ने सारे तरीके की औषधियों का सेवन किया होगा। जिसमे गिलोय का रस भी शामिल है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि गिलोय के रस का सेवन केवल इम्यूनिटी बढाने के लिए ही नहीं बल्कि दूसरी बीमारियों को भी दूर भगाने में मदद करता है।