अमेरिका के साथ मिलकर, चीन को सबक सिखाएँगे ये देश, शुरू किया…

चीन अपने जनता का ध्यान हांगकांग और ताइवान के समस्यायों से हटाने के लिए अब भारत के साथ नयी चाल चल रहा है और उसने नेपाल कों भी भारत के विरूद्ध खड़ा करवा दिया हैं।

 

यहां तक कि चीन ने अपने सेना का जमाव लद्दाख क्षेत्र में करना शुरू कर दिया हैं और पाकिस्तान को हमला करने के लिए तैयार रहने का सुझाव दिया हैं।

अगर हम इसके बारे में पाकिस्तान की बात करे तो उसकी हालात ऐसी है कि यदि चीन पाकिस्तान को कान पकड़कर उट्ठक बैठक करने के लिए कहे तो  इमरान खान और जनरल कमरजावेद का पकड़कर उट्ठक बैठक करने हुए दिखाई देगे।

चीन रूस के साथ मिलकर अमेरिका का मुकाबला करने के बारे में सोच रहा हैं और चीन की सबसे बड़ी समस्या यह भी है कि अमेरिका भारत के बहुत ही नजदीक आ गया हैं.

जिससे चीन और बौखला गया हैं। इसलिए चीन भारत को एक ओर नेपाल और दूसरी ओर पाकिस्तान के साथ उलझा कर रखना चाहता है ताकि इस समय, इस मामले पर भारत हमला ना कर सके।

ऐसा इसलिए कि यदि ताइवान और हांगकांग के साथ साथ भारत के साथ अक्साई चीन का भी हिस्सा चला गया तो शी जिनपिंग सरकार के विरुद्ध चीन में जनता विद्रोह कर देगी।

अमेरिका के साथ साथ अब चीन के ऊपर कोरोना महामारी को फैलाने और मानवाधिकार का उल्लघंन करने के लिए जापान, जर्मन, फ्रांस, ब्रिटेन और कई सारे देश चीन को सजा देने के लिए आगे आ गए हैं। ये सभी देश मिलकर चीन के ऊपर चौतरफा धावा बोल सकते हैं।

यहां तक कि इसके लिए अमेरिका ने अपने सैन्य शक्ति को अप्रत्याशित रूप से बढ़ाना भी शुरू कर दिया हैं और अमेरिका ने ताइवान को नैवी की सुरक्षा भी दे दिया हैं। इन सभी चीजों के ऊपर से चीन अपने लोगो का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान के राह चलना शुरू कर दिया हैं।