आज और कल मनाई जाएगी जन्माष्टमी, लेकिन …श्रृंगार और पूजन…

कृष्ण जन्माष्टमी का पावन त्योहार बड़ी धुम-धाम से मनाया जाता हैं। इस साल 11 और 12 अगस्त को यह त्योहार मनाया जा रहा हैं। बता दे कि 11 अगस्त यानी आज के दिन गृहस्थ और पारिवारिक लोग जन्माष्टमी का व्रत रख रहें हैं। वही 12 अगस्त को वैष्णव, संत या संन्यासी व्रत रखेंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं इस पावन दिन पर श्री कृष्ण की श्रृंगार और पूजा कैसे करें। अगर नहीं जानते हैं तो आइये आपको बताते हैं जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण का श्रृंगार और पूजा कैसे करें।

श्री कृष्ण के श्रृंगार में फूलों का खूब प्रयोग करें. पीले रंग के वस्त्र, गोपी चन्दन और चन्दन की सुगंध से इनका श्रृंगार करें. श्री कृष्ण के श्रृंगार में इस बात का ध्यान रखें कि वस्त्र से लेकर गहनों तक कुछ भी काला नहीं होना चाहिए. काले रंग का प्रयोग बिल्कुल न करें. वैजयंती के फूल अगर कृष्ण जी को अर्पित किए जाएं तो सर्वोत्तम होगा.

जन्माष्टमी के प्रसाद में पंचामृत जरूर अर्पित करें. उसमें तुलसी दल भी जरूर डालें. मेवा, माखन और मिसरी का भोग भी लगाएं. कहीं-कहीं धनिये की पंजीरी भी अर्पित की जाती है. इस दिन श्रीकृष्ण को पूर्ण सात्विक भोजन अर्पित किए जाते हैं, जिसमें तमाम तरह के व्यंजन हों.

 

सामान्यतः जन्माष्टमी पर बाल कृष्ण की स्थापना की जाती है. आप अपनी आवश्यकता और मनोकामना के आधार पर जिस स्वरूप को चाहें स्थापित कर सकते हैं. प्रेम और दाम्पत्य जीवन के लिए राधा-कृष्ण की, संतान के लिए बाल कृष्ण की और सभी मनोकामनाओं के लिए बंसी वाले कृष्ण की स्थापना करें. इस दिन शंख और शालिग्राम की स्थापना भी कर सकते हैं.