अगर ये पर्वत अधिक उभार वाला हो और रेखा कटी या टूटी हो तो व्यक्ति अभिमानी, स्वार्थी, क्रूर, कंजूस और अविवेकी होता है। इसके साथ ही अगर हथेली में सूर्य पर्वत शनि की ओर झुका हो तो व्यक्ति जज एवं सफल अधिवक्ता होता है।
वहीं इसी तरह यदि सूर्य पर्वत दूषित हो जाए तो व्यक्ति अपराधी हो जाता है। यदि सूर्य तथा शुक्र पर्वत उभार वाले है तो विपरीत लिंग के प्रति शीघ्र एवं स्थायी प्रभाव डालने वाला, धनवान, परोपकारी, सफल प्रशासक, सौंदर्य और विलासिताप्रिय होता है।
सूर्य पर्वत पर जाली हो तो गर्व करने वाला, परन्तु कुटिल स्वभाव का होता है। ऐसा व्यक्ति किसी पर भी विश्वास नहीं करता। इसके साथ ही तारे का चिह्न होने पर धनहानि होती है, लेकिन प्रसिद्धि अप्रत्याशित रूप से मिलती है।
सूर्य पर्वत व्यक्ति के जीवन को व्यापक स्तर पर प्रभावित करता है। इसके साथ ही प्रकाशमान सूर्य समस्त जीव-जगत का आधार है। वहीं कुंडली में सूर्य की स्थिति पूरे जीवन को प्रभावित करती है।
वहीं इसी तरह हाथ में सूर्य पर्वत व्यक्ति के जीवन के बारे में बहुत कुछ बताता है।इसके साथ ही हाथ में अनामिका उंगली के मूल में सूर्य का स्थान होता है।
वहीं इस क्षेत्र का उभार जितना अधिक होगा, सूर्य भी उतना ही प्रभावकारी रह सकती है । इसके साथ ही सूर्य पर्वत का उभार अच्छा और स्पष्ट होने के साथ सरल सूर्य रेखा हो तो व्यक्ति श्रेष्ठ प्रशासक, पुलिसकर्मी और सफल उद्यागेपति होता है।