आंध्रप्रदेश में पहली बार हुई ये भयानक घटना, जानिए कैसे…

आंध्रप्रदेश के कुरनूल स्थित एक गांव में तहसीलदारों के बीच भय इस कदर छाया हुआ है कि वे अब लक्ष्मण रेखा खींच  ऑफिस का कार्य कर रहे हैं.

यह रेखा को उन्होंने यूं नहीं खींचा है, बल्कि इसके खींचने के पीछे उनके मन में बैठा ये खौफ है कि ऑफिस में कोई आकर उन्हें जिंदा न जला दें. इस रेखा को पार करने की इजाजत किसी को नहीं है, अगर किसी को कोई बात करनी होती है या कोई दस्तावेज देना होता है उसे उस रेखा के उस तरफ से ही करना होता है.  

इस भय के पीछे दिन दहाड़े घटी वह घटना है जिसने सारे तहसीलदार ऑफिस में कोहराम मचा दिया था. घटना उस समय  की है जब इसी ऑफिस में कार्य करने वाली विजया अपने चैंबर में अकेली थी. उसी समय संदिग्ध धरती टकराव के चलते उनके ऑफिस में दिनदहाड़े कथित रूप से एक आदमी ने ज्वलनशील प्रदार्थ डालकर जिंदा जला दिया था. उस समय उनके ड्राइवर ने उन्हें बचाने के प्रयास भी की थी. जिसमें वह नाकाम रहा था, तबतक वे बहुत चल चुकी थी. जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई थी. जिसके बाद सारे ऑफिस में भय का माहौल छाया हुआ था.

तहसीलदार उमा माहेश्वरी ने बताया कि वे इस घटना के बाद इतना भय गई है कि उन्होंने अपने दफ्तर में सीट से कुछ फीट दूरी पर रस्सी बांधकर रखी हुई है. जिससे लोग उनके करीब न आ सके व दूर से ही उनसे बातचीत करें. उन्होंने अपनी सीट के सामने एक बड़ा टेबल रखा हुआ, जिन लोगों अपना लेटर या दस्तावेज होता है, वे उन्हें उस दस्तावेज को कुछ दूरी से सौंपने के लिए कहती है. वहीं इसी ऑफिस में कार्य करने वाले अन्य अधिकारियों का बोलना है कि ऑफिसर को जलाकर मारने की घटना के बाद इसके तरीका के बारे में सोचने को विवश होना पड़ा.

घटना की जाँच कर पुलिस ने बताया कि ‘किसी सरकारी ऑफिस में इस प्रकार की घटना पहली बार हुई है. जिस आदमी ने इस प्रकार की वारदात को अंजाम दिया था. वह भी जल गया है उसका भी अस्पताल में  इलाज चल रहा है. वह हमारी हिरासत में है. वह करीब 50-60 फीसदी जल चुका. इस मुद्दे की शुरुआती जाँच के आधार पर उन्होंने बताया, ‘ऐसा लगता है कि किसी जमीन टकराव के चलते हमला हुआ है। उसने ऐसा क्यों किया या किसी ने उसे ऐसा करने के लिए उकसाया, ये जाँच के दौरान पता चलेगा.