अमेरिका व चीन के बीच हुई ये बड़ी तनातनी, चारो तरफ नजर आ रहे…

उन्होंने कहा, ”मेरे प्रशासन ने चीन एवं यूरोप से आने वाले लोगों के प्रवेश पर बहुत जल्द प्रतिबंध लगाकर लोगों की जिंदगियां बचाई। मैं चाहता हूं .

हर कोई यह जान ले कि हम चीनी वायरस से लड़ने और अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए संघीय सरकार की सभी शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ‘ऑपरेशन वार्प स्पीड’ के जरिए हम रिकॉर्ड वक्त में टीका बना देंगे।’

ट्रंप ने चीन पर ”नरम” रुख अपनाने के लिए अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति एवं नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन की भी आलोचना की।

ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”नहीं, मैंने उनसे बात नहीं की है। मेरी उनसे बात करने की कोई योजना नहीं है।” उन्होंने कोरोना वायरस को चीन से बाहर फैलने से रोकने में उसकी नाकामी पर आक्रोश जताया।

उन्होंने कहा, ”इसमें कोई दोराय नहीं है कि हम संक्रमण को छिपाने और इसे दुनियाभर में फैलाने के लिए चीन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हैं।

इसे रोका जा सकता था। उन्हें इसे रोकना चाहिए था।” वह इस मुद्दे पर चीन का पक्ष लेने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ) पर भी बरसे। ट्रंप ने कहा, ”वे वास्तव में चीन की कठपुतली थे।”

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बात नहीं की है और न ही उनकी ऐसा करने की कोई योजना है।