महाराष्ट्र के किसानों की समस्याओं का शाह ने निकला यह उपाय, केंद्र सरकार को सौपा यह मेमोरेंडम

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच बैक डोर बातचीत जारी है. इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के किसानों की समस्याओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और केंद्र सरकार से किसानों को राहत देने के लिए मेमोरेंडम सौंपा. माना जा रहा है कि अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात में महाराष्ट्र में सरकार बनाने के फार्मूले पर बातचीत हुई.

सूत्रों के मुताबिक शिवसेना 17 मंत्री चाहती है जिसमें गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, लोक निर्माण मंत्रालय और राजस्व मंत्रालय जैसे अहम मंत्रालय की मांग भी शामिल है. हालांकि, बीजेपी ने 16 मंत्रालय देने पर सहमति जता दी है लेकिन गृह मंत्रालय, लोक निर्माण मंत्रालय और वित्त मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय वह शिवसेना को नहीं देना चाहती. केवल राजस्व मंत्रालय शिवसेना को दिया जाएगा. मामला मलाईदार मंत्रालयों को लेकर ही अटका हुआ है. जिसको लेकर बैकडोर बातचीत जारी है.

सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के आखिरी प्रस्ताव के बाद फिलहाल बातचीत रुकी हुई है. सूत्रों के मुताबिक इस फार्मूले में मुख्यमंत्री पद का ढाई-ढाई साल का कार्यकाल शामिल नहीं है. मतलब साफ है कि शिवसेना की मुख्यमंत्री पद की मांग अब पूरी तरह से खारिज हो चुकी है या यूं कहें कि शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद की मांग छोड़ दी है. गेंद अब शिवसेना के पाले में है और शिवसेना को तय है करना है कि वह दो कदम पीछे हटने को तैयार है या नहीं. बीजेपी शुरुआत में 13 मंत्री पद ही शिवसेना को देना चाहती थी लेकिन अब थोड़ा झुककर तीन और मंत्री पद शिवसेना को देने पर राजी है. यानी कुल मिलाकर 16 मंत्री पद शिवसेना को बीजेपी देने पर राजी है.

इस बीच शिवसेना सबसे बड़े दल को सरकार बनाने का न्योता देने की अपील राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से करेगी. जानकारों के मुताबिक 9 नवंबर तक महाराष्ट्र में सरकार का गठन होना जरूरी है अन्यथा उसके बाद विधानसभा को निलंबित रखने के लिए राज्यपाल को मजबूर होना पड़ेगा. ऐसी सूरत में राष्ट्रपति शासन तब तक लागू रह सकता है जब तक राज्यपाल इसकी संस्तुति करते रहें या कोई दल बहुमत के आंकड़े से राज्यपाल को संतुष्ट ना कर दे और राज्यपाल नई सरकार के गठन को हरी झंडी ना दे दें.

इस राजनीतिक उठापटक के बीच आज एनसीपी नेता शरद पवार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले हैं अगले दो-तीन दिनों के भीतर यह साफ हो जाएगा कि महाराष्ट्र में किसकी सरकार होगी. लेकिन सूत्रों के मुताबिक शिवसेना और बीजेपी के बीच जो बातचीत चल रही है उसके नतीजे जल्द सामने होंगे और शिवसेना-बीजेपी की सरकार बनने के संकेत दिखाई दे रहे हैं.