भारत की मदद के लिए तैयार हुआ ये देश, कहा नहीं छेड़ोगे चीन को…

आपको बता दें कि चीन, दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में लगातार तनाव की स्थिति पैदा कर रहा है। चीन लगभग समूचे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है।

 

वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान के भी क्षेत्र को लेकर उसके दावे हैं। कूटनीतिक मोर्चे पर भारत भी चीन को घेरने के लिए तैयार है। दक्षिण चीन सागर, हॉन्गकॉन्ग, वन रोड वन बेल्ट परियोजना के प्रति विरोधी रुख जारी रहेगा।

व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टॉफ मार्क मीडोज ने एक सवाल के जवाब में’ बताया, ‘संदेश स्पष्ट है। हम खड़े होकर चीन को या किसी और को सबसे शक्तिशाली या प्रभावी बल होने के संदर्भ में कमान नहीं थामने दे सकते, फिर चाहे वह उस क्षेत्र में हो या यहां।’ अमेरिकी नौसेना द्वारा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए दक्षिण चीन सागर में दो विमान वाहक पोत तैनात किये जाने के बाद अधिकारी का यह बयान आया है।

व्हाइट हाउस ने साफ कहा कि वे चीन को एशिया में दादागिरी करने नहीं दे सकते। व्हाइट हाउस के इस ऐलान के कुछ ही देर बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ट्वीट कर कहा कि चीन के कारण अमेरिका और बाकी दुनिया को भारी क्षति पहुंची है।

इसके साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप ने एक और ट्वीट कर कहा कि ‘चीन के कारण अमेरिका और बाकी दुनिया को भारी क्षति पहुंची।’ कोरोना वायरस महामारी के कारण अमेरिका, पूरे यूरोप और भारत समेत दुनिया के अन्य देशों की अर्थव्यवस्था को लगभग थाम सा दिया।

उन्होंने सवाल किया कि चीन ने कोविड-19 के बारे में शुरुआती दौर में ही जानकारी क्यों नहीं दी और पूरी दुनिया में वायरस का प्रसार होने दिया?

भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC)पर जारी तनाव के बीच अमेरिका ने बड़ा ऐलान किया है। अमेरिका ने ऐलान किया है कि अगर चीन भारत के खिलाफ युद्ध की हिमाकत करता है तो वो ड्रैगन को किसी भी सूरत ने नहीं छोड़ेगा।

अमेरिका ने कहा है कि अगर चीन भारत को छेड़ता है तो ड्रैगन को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। अमेरिका ने ऐलान किया है कि भारत और चीन के बीच अगर युद्ध होता है तो अमेरिकी सेना भारत के साथ खड़ी नजर आएगी और यूएस आर्मी भारतीय सेना का साथ देगी। युद्ध की स्थिति में भारत की मदद के लिए अमेरिका तैयार है।