अमेरिका जाने वालों के लिए आई ये बड़ी खबर , जान ले वरना हो जाएँगे परेशान

भारत में अमेरिका के लिए वीजा अप्लाई करने वालों को अब और अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अमेरिकी दूतावास ने इसके लिए खास पहल की है। वीजा आवेदकों का वेटिंग पीरियड कम करने के मकसद से शनिवार को इंटरव्यू एक विशेष सिरीज शुरू की गई है।

साथ ही दर्जनों अस्थायी कर्मचारियों की भी तैनाती की गई। नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के साथ-साथ मुंबई, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद स्थित कांसुलेट्स में शनिवार-इंटरव्यू आयोजित किया गया। यह उन वीजा आवेदकों के लिए था, जिन्हें इन-पर्सन वीजा इंटरव्यू की जरूरत होती है। अमेरिकी दूतावास ने इस संबंध में जारी एक बयान में कहा कि आने वाले महीनों में, मिशन चुनिंदा शनिवारों को होने वाली नियुक्तियों के लिए अतिरिक्त स्लॉट खोलना जारी रखेगा।

अमेरिका ने बैकलॉग क्लियरेंस के मामले में शुरुआत स्टूडेंट वीजा से की थी। साल 2022 में 82 हजार से ज्यादा स्टूडेंट वीजा जारी करने के बाद उसने एल और एच श्रेणी के नॉन-इमिग्रेंट वीजा पर ध्यान देना शुरू किया है।

इसमें एच-1बी वीजा, बी-1 बिजनेस वीजा, बी-2 टूरिज्म वीजा, शिपिंग और एयरलाइंस कंपनियों के क्रू के लिए वीजा भी शामिल हैं। अमेरिका को उम्मीद है कि साल 2023 में भारत से सभी श्रेणियों में वीजा एक महीने में 100,000 या 1.2 मिलियन सालाना बढ़ जाएगा। इसके साथ ही अमेरिका के लिए वीजा ऑपरेशन के मामले में चीन के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा। बयान के मुताबिक महामारी के चलते अमेरिकी विदेश विभाग के वीजा प्रॉसेसिंग क्षमता में कमी आई है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने पहले ही पिछले अमेरिकी वीजा वाले आवेदकों के लिए इंटरव्यू से छूट देकर रिमोट प्रॉसेसिंग लागू कर दी है। ऐसे लोगों के लिए इन-परसन इंटरव्यू के लिए पहुंचना जरूरी नहीं होगा। बयान में कहा गया है कि जनवरी से मार्च 2023 के बीच वॉशिंगटन और अन्य दूतावासों से दर्जनों कांसुलर अफसर भारत आएंगे। यह लोग प्रॉसेसिंग की क्षमता में इजाफा करेंगे।

वहीं, अमेरिकी विदेश विभाग भी भारत में दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों में कांसुलर अफसरों की संख्या में इजाफा कर रही है। इसके अलावा अमेरिकी मिशन ने 250,000 से अधिक अतिरिक्त बी1 और बी2 वीजा अप्वॉइंटमेंट जारी किए हैं। अतिरिक्त अप्वॉइंटमेंट्स से निपटने के लिए मुंबई स्थित वाणिज्य दूतावास ने वीकडेज में अपने काम के घंटों में इजाफा किया है। बयान में यह भी कहा गया है कि गर्मियों तक अमेरिकी मिशन में स्टाफ की संख्या पर्याप्त होगी। इसके बाद कोविड-19 से पहले के वीजा की प्रॉसेसिंग पर ध्यान दिया जाएगा।