जल्द करें ये काम 3 दिसंबर तक खुली रहेगी बीएसएनएल की वीआरएस स्‍कीम

पब्‍लिक सेक्‍टर की टेलिकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी VRS योजना को पॉजीटिव रिस्‍पांस मिला है. न्‍यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक योजना घोषित होने के सिर्फ दो दिन में ही 22,000 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया है.

बीएसएनएल के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ”आवेदन करने वाले कुल 13,000 कर्मचारी समूह-ग श्रेणी के हैं. हालांकि, हर श्रेणी के कर्मचारियों से अच्छी प्रतिक्रिया है.” बीएसएनएल को उम्मीद है कि 70,000 से 80,000 कर्मचारी वीआरएस योजना को अपनाएंगे और इससे वेतन मद में करीब 7,000 करोड़ रुपये की बचत होगी. बता दें बीएसएनएल की वीआरएस योजना 5 नवंबर को पेश की गई और यह 3 दिसंबर तक खुली रहेगी.

क्‍या है वीआरएस योजना में?

बीएसएनएल की वीआरएस योजना के तहत 53.5 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों को उनके वेतन का 125 फीसदी मिलेगा, जो वे अपनी सेवा की शेष अवधि में कमाई कर सकते हैं. वहीं 50 से 53.5 साल के आयु वाले कर्मचारियों को उनके उतने वेतन का 80 से 100 फीसदी तक भुगतान किया जाएगा, जिसे वह अपनी सर्विस की शेष अवधि में हासिल कर सकते हैं. वीआरएस का चयन करने पर 55 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों की पेंशन तभी शुरू की जाएगी जब वे 60 साल पूरे कर लेंगे.

कौन है योजना के दायरे में?

50 साल की आयु पूरी कर चुके या उससे अधिक उम्र के बीएसएनएल के सभी नियमित और स्थायी कर्मचारी वीआरएस के लिए आवेदन देने के पात्र हैं. इसमें वे कर्मचारी भी शामिल हैं जो बीएसएनएल के बाहर दूसरे संगठन में प्रतिनियुक्ति आधार पर काम कर रहे हैं. अगर संख्‍या के हिसाब से देखें तो वर्तमान में बीएसएनएल के करीब 1.50 लाख कर्मचारी हैं. इसमें से करीब एक लाख कर्मचारी वीआरएस के दायरे में आते हैं. बता दें कि महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) ने भी अपने कर्मचारियों के लिये वीआरएस लागू की है. एमटीएनएल की ये योजना 3 दिसंबर तक के लिए है.

69,000 करोड़ का पुनरूद्धार पैकेज

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले महीने बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए 69,000 करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज की घोषणा की थी. इसमें घाटे में चल रही दोनों सरकारी दूरसंचार कंपनियों का विलय, उनकी संपत्तियों को बाजार पर चढ़ाना तथा कर्मचारियों को वीआरएस देना शामिल है. इस कदम का मकसद विलय बाद बनने वाली इकाई को दो साल में लाभ में लाना है.