कबूलनामे के दौरान आफताब के चेहरे पर नही कोई पछतावा, टेस्ट के दौरान कही ये बाते

श्रद्धा वाकर की हत्या के आरोपी आफताब पूनावाला ने पॉलीग्राफ टेस्ट में स्वीकार किया है कि उसने श्रद्धा को मार डाला। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि कबूलनामे के दौरान आफताब के चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिखी और न ही उसने कोई पछतावा दिखाया।

आफताब अमीन पूनावाला ने कहा कि उसे अपने लिव-इन पार्टनर की हत्या करने का कोई पछतावा नहीं है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) के अधिकारियों ने कहा कि आफताब ने श्रद्धा वाकर की हत्या करने की बात कबूल की और कहा कि उसने जो अपराध किया है, उसके लिए उसे कोई पछतावा नहीं है।

पॉलीग्राफ सेशन के दौरान, आफताब ने श्रद्धा के कटे हुए शरीर के अंगों को जंगल में फेंकने और कई महिलाओं के साथ डेटिंग करने की बात भी कबूल की। पॉलीग्राफ सेशन के दौरान आफताब का व्यवहार सामान्य था और उसने पुलिस को बताया कि उसने पहले ही पुलिस को श्रद्धा हत्याकांड का विवरण सुना दिया था।

आफताब ने कथित तौर पर 18 मई को श्रद्धा का गला घोंट दिया और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया था। फिर शरीर के अंगों को फेंकने के लिए उसे तीन सप्ताह तक 300 लीटर वाले फ्रिज में स्टोर किया था। बता दें कि आफताब के पॉलीग्राफ टेस्ट का पहला सेशन उसके ‘खराब स्वास्थ्य’ के बाद टाल दिया गया था। टेस्ट का दूसरा सेशन 23 नवंबर को होना था, उसे भी टाल दिया गया था। इसके बाद टेस्ट का दूसरा और तीसरा सेशन 25 और 26 नवंबर को आयोजित किया गया था।

पूनावाला को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था और पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था, जिसे 17 नवंबर को पांच दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया था। 22 नवंबर को अफताब को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। फिर अदालत ने 26 नवंबर को उसे 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर आफताब द्वारा अपनी गर्लफ्रेंड श्रद्धा के शव को काटने के लिए इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने वाकर की एक अंगूठी भी बरामद की है, जिसे पूनावाला ने कथित तौर पर एक अन्य महिला को दे दिया था।