कोरोना के बढ़ते मामलो को देख योगी सरकार ने उठाया ये कदम , 1000 रुपए किया…

सरकार का यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सरकार ने कोरोना जांच के लिए प्राइवेट लैब में लिया जाने वाला शुल्क 1600 रुपए तय कर दिया है। इससे ज्यादा पैसे लिए जाने की शिकायत मिली, तो लैब के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अपर मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश महामारी एक्ट 1897 और यूपी महामारी कोविड-19 नियमावली के तहत सभी प्राइवेट लैब के लिए सरकार द्वारा तय प्रावधानों का पालन करना अनिवार्य होगा। इसकी अवहेलना या सरकार के निर्देशों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी।

प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने आज यह जानकारी दी, उन्होंने बताया कि अभी तक प्राइवेट लैब में आरटीपीसीआर टेस्ट (RTPCR Test) 2500 रुपए में की जाती थी, लेकिन अब इसके लिए सिर्फ 1600 रुपए ही लिए जाएंगे।

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए जरूरी टेस्ट किट रीजेंट्स और वीटीएम किट के दाम में कमी आने की वजह से सरकार ने कोरोना जांच की कीमत कम करने का फैसला किया है।

यूपी में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बड़ा फैसला किया है। योगी सरकार ने फैसला किया है कि प्राइवेट लैब में कोरोना टेस्ट के लिए निर्धारित शुल्क की राशि लगभग 1000 रुपए घटा दी है। योगी सरकार के नए आदेश के अनुसार अब प्राइवेट लैब में सिर्फ 1600 रुपए में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच होगी।