शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी; सेंसेक्स 203 अंक टूटा, निफ्टी भी कमजोर
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अमेरिकी टैरिफ के खतरों, कमजोर एशियाई बाजारों और विदेशी फंडों के निकासी से निवेशकों की धारणा प्रभावित होने के कारण बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गुरुवार को तीसरे दिन भी के साथ बंद हुए। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 203.22 अंक या 0.27 प्रतिशत गिरकर 75,735.96 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 476.17 अंक या 0.62 प्रतिशत गिरकर 75,463.01 अंक पर आ गया था। एनएसई निफ्टी 19.75 अंक या 0.09 प्रतिशत गिरकर 22,913.15 पर आ गया। एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में बिकवाली से भी प्रमुख सूचकांक नीचे आए।
एफआईआई ने बुधवार को 1881 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में एचडीएफसी बैंक, मारुति, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और बजाज फाइनेंस सबसे ज्यादा गिरावट में रहे। एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील और इंडसइंड बैंक लाभ में रहे। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने एक दिन की राहत के बाद बुधवार को 1,881.30 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “भारतीय वस्तुओं पर संभावित अमेरिकी टैरिफ को लेकर बढ़ती चिंताओं के कारण घरेलू इक्विटी सूचकांकों में मामूली गिरावट देखी गई। इसके अतिरिक्त अमेरिका की प्रस्तावित व्यापार नीति से मुद्रास्फीति संबंधी दबाव बढ़ने की उम्मीद है। फेड के नवीनतम मिनटों से संकेत मिलता है कि ब्याज दरों में कटौती में देरी हो सकती है।”
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग नकारात्मक दायरे में बंद
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग नकारात्मक दायरे में बंद हुए। यूरोपीय बाजार अधिकतर तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत बढ़कर 76.10 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। बुधवार को सेंसेक्स 28.21 अंक या 0.04 प्रतिशत गिरकर 75,939.18 पर बंद हुआ। निफ्टी 12.40 अंक या 0.05 प्रतिशत गिरकर 22,932.90 पर बंद हुआ।
डॉलर के मुकाबले रुपया 33 पैसे मजबूत हुआ
दूसरी ओर, विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने से गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 33 पैसे मजबूत होकर 86.65 (अनंतिम) पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में नरम रुख के बीच डॉलर/रुपये की विनिमय दर में नकारात्मक रुझान है तथा विदेशी पूंजी का निरंतर बहिर्गमन निवेशकों की भावनाओं पर असर डाल रहा है।